नयी दिल्ली, संसद का सत्र शुरू होने से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई. बैठक बीजेपी के अन्य नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए. बैठक में पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के गतिरोध पर नाराजगी जताई. और संसद में कागज फाड़ने और उसके टुकड़े कर हवा में लहराने की जमकर निंदा की. पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष विधायिका और संविधान का अपमान कर रहे हैं.
गौरतलब है कि जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो इस से भी खराब व्यवहार भारतीय जनता पार्टी के सांसद करते थे क्यों कि उस समय वो विपक्ष में थे और उन्हें उनका व्यवहार बेहतर लगता था परन्तु आज यही व्यवहार अपमान लग रहा है।
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि, विपक्षी सदस्यों के आचरण से सत्ता पक्ष तो आहत है कि उनके रवैये ने जनता का भी अपमान किया है.उन्होंने कहा कि, संसद को ठप करना लोकतंत्र और जनता का अपमान है. बता दें, पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानून, कोरोना महामारी को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की फिराक में हैं. इसलिए वो सदन में इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा चाहता है.
इधर, बीजेपी संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी पीसी करते हुए बताया कि, तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने बीते दिन जो ट्वीट किया था, पीएम मोदी ने उसे जनता का अपमान बताया और कहा कि जनता ही सांसदों को चुनती है, प्रउनहोंने कहा कि, पापड़ी-चाट बनाने की बात करना अपमानजनक बयान है. कागज छीन लेना और उसके टुकड़े कर फेंकना और माफी भी ना मांगना उनके अहंकार को दर्शाता है.
अहंकार को दर्शाता है ऐसा व्यवहारः गौरतलब है कि, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने सरकार पर जल्दबाजी में विधेयकों को पारित कराने का आरोप लगाया है. सोमवार को उन्होंने कहा कि सात-सात मिनट में एक विधेयक पारित कराया गया. ओ’ब्रायन ने एक ट्वीट के जरिए भी इसपर कटाक्ष किया. उन्होंने लिखा कि, पहले 10 दिनों में संसद में कमाल! मोदी-शाह ने 12 विधेयक पारित कराये और इसका औसत समय सात मिनट प्रति विधेयक है.” उन्होंने ये भी कहा कि, विधेयक पारित करा रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं. इश बयान पर भी पीएम मोदी ने नाराजगी जताई