लखनऊ : लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक जा रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे द्वारा गाड़ी चढ़ा देने के बाद कोई हिंसा के बाद से उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है। विपक्षी दलों के तमाम नेता लखनऊ के रास्ते लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच यूपी की राजधानी लखनऊ में आठ नवंबर तक धारा-144 लागू करने का आदेश दिया गया है. ये फैसला कोरोना महामारी, आगामी त्योहारों, किसान संगठनों के प्रदर्शनों को देखते हुए लिया गया है. धारा-144 के तहत पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होती है.
एक बयान में कहा गया, ‘लखनऊ पुलिस ने आगामी त्योहारों, विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं और किसानों के विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और कोरोना के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए 8 नवंबर तक सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगा दिया है.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों के परिवारों से मिलने बुधवार को लखीमपुर खीरी जा सकते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी बुधवार को लखनऊ पहुंचेंगे और पार्टी प्रतिनिधिमंडल के साथ लखीमपुर खीरी जाएंगे।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पहले ही पार्टी के 10 नेताओं के साथ सीतापुर में हिरासत में लिया गया है. प्रियंका गांधी को सोमवार तड़के उस समय हिरासत में लिया गया था, जब वह लखीमपुर खीरी जा रही थीं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रियंका को उनके वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा है और प्रशासन उन्हें हिरासत में लेने का कारण नहीं बता रहा है.