लखनऊ, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लॉ एंड आर्डर के ऑफिस में लोग लगातार अपनी सिफारिशें लेकर पहुंच रहे हैं, जिनमें वे लोग ज्यादा हैं जो नई व्यवस्था के तहत रूरल की जगह अपने ई-रिक्शा अर्बन एरिया में चलाने की परमिशन चाहते हैं।
ये वे लोग हैं जो ई-रिक्शा चलाते नहीं बल्कि चलवाते हैं और उनके पास एक या दो नहीं बल्कि पांच से ज्यादा ई-रिक्शा हैं। ई-रिक्शा के जोन डिसाइड होने और कलर कोडिंग के आदेश के बाद हड़कंप मचा है। सिटी में अब केवल 8 हजार ही ई-रिक्शा चल सकेंगे जबकि हर जोन में केवल पांच सौ ई-रिक्शा आवंटित किए गए हैं।
30 हजार से ज्यादा दौड़ रहे थे ई-रिक्शा
अब तक सिटी की रोड्स पर 30 हजार से ज्यादा ई-रिक्शा दौड़ रहे थे। जो न केवल जाम का कारण बन रहे थे बल्कि उनके चलते आए दिन हादसे भी हो रहे थे। पहली बार लखनऊ पुलिस कमिश्नेरट ने इस पर लगाम कसने के लिए कलर कोडिंग व जोन वार रूट फिक्स किया है। लॉटरी सिस्टम से रूट तय किए गए हैं। शहरी इलाके में केवल 8 हजार ही ई-रिक्शा अब दौड़ सकेंगे जबकि आउट स्कर्ट व रूरल एरिया में 10 हजार से भी ज्यादा ई-रिक्शा का रूट आवंटित कर दिया गया है।
हर जोन में केवल 5 सौ ई-रिक्शा होंगे
जेसीपी लॉ एंड आर्डर उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि ई-रिक्शा के लिए शहर को 16 जोन में बांटा गया है। हर जोन में केवल पांच सौ ई-रिक्शा के रूट का आवंटन किया गया है। बाकी ई-रिक्शा आउट स्कर्ट और रूरल एरिया में रूट में भेजे गए। 10 जून से लॉटरी सिस्टम से रूट तय करने के बाद 10 जुलाई तक कलर कोडिंग का अंतिम दिन तय किया गया है। 11 जुलाई से तय रूट से अलावा चलने वाले ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।
केवल चौक एरिया में दो किमी में 6 सौ ई-रिक्शा
जेसीपी लॉ एंड आर्डर उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि रूट तय करने के लिए सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान चरक चौराहे से केजीएमयू और पाटा नाला के बीच जब ई-रिक्शा की गिनती शुरू की गई तो करीब 6 सौ ई-रिक्शा दो किमी के एरिया में पाए गए। अब रूट आवंटन के बाद इस एरिया में केवल पांच सौ से ज्यादा ई-रिक्शा नहीं मिलेंगे।
ड्राइवर नहीं मालिक लगा रहे सिफारिश
ई-रिक्शा को लेकर आमतौर पर माना जाता है कि वह कम इनकम वाले लोगों की कमाई का साधन है। हालांकि, सर्वे और रूट तय होने के बाद जो बात निकल कर आई वह चौंकाने वाली है। 50 फीसदी ई-रिक्शा के ओनर उसके ड्राइवर नहीं बल्कि कोई और निकले। किसी के पास पांच तो किसी के पास सात-सात ई-रिक्शा हैं। कुछ प्रभावशाली लोग भी इसमें शामिल हैं। उनके ई-रिक्शा का रूट रूरल एरिया में आवंटित होने पर अब वह सिटी में परमिट ट्रांसफर कराने के लिए सिफारिश भी लगा रहे हैं।
हर साल होगा ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन
ई-रिक्शा ड्राइवर्स का जोन आवंटन एक साल के लिए किया गया है। हर साल फिर से लॉटरी के जरिए जोन डिसाइड होगा। लॉटरी में जिन लोगों को नाम आएगा, उन्हें ही शहरी इलाकों में ई-रिक्शा चलाने की परमिशन दी जाएगी। लॉटरी के लिए हर ई-रिक्शा ड्राइवर से तीन जोन वरीयता में मांगे गए थे। लॉटरी में उसी के अनुसार जोन आवंटित किए गए हैं।
पांच रंग के स्टीकर
स्टीकर के आधे ऊपरी भाग में शहरी क्षेत्र में लाल, हरा, नीला, काला, पीला पांच रंग के होंगे। स्टीकर डाउनलोड करने में किसी तरह की कोई प्रॉब्लम आने पर हेल्पलाइन नंबर-9454405155 और 7309979797 पर कांटेक्ट किया जा सकता है।
किस जोन में किस कलर कोडिंग के ई-रिक्शा
पूर्वी जोन-1 गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार 2500 हरा-बैंगनी
जोन-2 विभूतिखंड, चिनहट, बीबीडी 500 हरा-नीला
जोन-3 आलमबाग, आशियाना, कैंट, पीजीआई 500 हरा-सिलेटी
पश्चिमी जोन-4 चौक, वजीरगंज, ठाकुरगंज 500 पीला-बैंगनी
जोन-5 बाजारखाला, सआदतगंज, तालकटोरा 500 पीला-नीला
जोन-6 मानकनगर, पारा, काकोरी, दुबग्गा 500 पीला-सलेटी
जोन-7 मलिहाबाद, माल, रहीमाबाद 2500 पीला-लाल
उत्तरी जोन-8 अलीगंज, जानकीपुरम, मड़ियांव 500 काला-पीला
जोन-9 सैरपुर, बीकेटी, इटौंजा, महिगवां 10,000 काला-नीला
जोन-10 गुडंबा, गाजीपुर, इंदिरानगर, विकासनगर 500 काला-लाल
दक्षिणी जोन-11 गोसाईंगंज, सुशांत गोल्फ सिटी 2212 लाल-बैंगनी
जोन-12 मोहनलालगंज, नगराम, निगोहां 1049 लाल-नीला
जोन-13 कृष्णानगर, सरोजनीनगर, बंथरा, बिजनौर 500 लाल-सलेटी
मध्य जोन-14 हसनगंज, मदेयगंज, महानगर 500 नीला-लाल
जोन-15 हजरतगंज, गौतमपल्ली, हुसैनगंज 500 नीला-हरा
जोन-16 कैसरबाग, अमीनाबाद, नाका हिंडोला 500 नीला-पीला
जिन रूट के लिए ई-रिक्शा का परमिट फिक्स हो गया है। उन्हीं रूट पर ई-रिक्शा चल सकेंगे। इसके लिए कलर कोडिंग के लिए 10 जुलाई तक समय दिया गया है। 11 जुलाई के बाद से कार्रवाई शुरू की जाएगी। जहां तक परमिट ट्रांसफर करने की बात है, वह बिल्कुल निष्पक्ष लॉटरी सिस्टम से परमिट निकाला गया। उसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
-उपेंद्र कुमार अग्रवाल, जेसीपी लॉ एंड आर्डर