प्राकृतिक आपदा: हिमाचल के कुल्लू में पलक झपकते ही चार मल्टी स्टोरी इमारतें हो गईं जमींदोज, उत्तराखंड में भी बारिश बनी आफत, IMD का 26 तक किया रेड अलर्ट जारी

कुल्लू, इस बार प्राकृतिक आपदा ने हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा तबाही मचा रखी है। लगातार बारिश की वजह से हर रोज राज्य में बड़े हादसे की खबरें सामने आ रही हैं। गुरुवार सुबह एक बार फिर से हिमाचल के कुल्लू में बारिश की वजह से कई बिल्डिंगें भरभरा जमींदोज हो गईं।

हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने इन बिल्डिंग को पहले ही खाली करवा दिया था। आनी बस स्टैंड में दो से तीन बिल्डिंग को अभी भी खतरा बना हुआ है।

हादसे के बाद कुल्लू में अफरा-तफरी मच गई। सोशल मीडिया पर इस भूस्खलन का एक खतरनाक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि पहाड़ के दरकने से घाटी में बसे मकान कैसे ढह गए। भूस्खलन के दृश्यों में कई बहुमंजिला इमारतें ढहती हुई दिखाई दे रही हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने दुख जताते हुए ट्वीट करते हुए लिखा- कुल्लू जिला के आनी में आज सुबह भूस्खलन के कारण सात भवन धराशायी होने के समाचार से चिंतित हूं।
प्रशासन की मुस्तैदी से सभी भवनों को खाली करा दिया गया था, जिससे जान का नुकसान नहीं हुआ है। प्रदेश में निरंतर वर्षा और भूस्खलन के दृष्टिगत मेरी प्रदेश वासियों से अपील है, कि जिन भवनों के गिरने का खतरा है, उन्हें खाली कर दें। सरकार द्वारा जारी किए जा रहे सभी निर्देशों का पालन करें क्योंकि लोगों की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है और सभी निर्णय लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत लिए जा रहे है।

प्रदेश में बारिश एक बार फिर से कहर बरपा रही है। बारिश के चलते पिछले 24 घंटे में दो बच्चों सहित 11 लोगों की मौत हो गई। मंडी जिले में बादल फटने की दो घटनाएं हुईं। भारी बारिश के बाद चंडीगढ़-शिमला, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन सहित 700 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। सोलन जिले के शकाल गांव में कुछ मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज से अगले दो दिनों तक हिमाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे निवासियों को मौसम की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। जिले में भारी बारिश के बाद क्षतिग्रस्त कुल्लू-मंडी राजमार्ग पर आज सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। लगातार बारिश के कारण पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील पहाड़ी राज्य में भूस्खलन, बादल फटने और अचानक बाढ़ के साथ व्यापक तबाही हुई है।

राज्य सरकार ने पहले पूरे राज्य को “प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र” घोषित किया था और नुकसान का आकलन करने और प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए काम कर रही है। इस मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण कुल 709 सड़कें बंद हो गई हैं। ऐसे ही उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है।

मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड के चार जिलों में आज 24 अगस्त को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 26 अगस्त तक बारिश को ये दौरा जारी रहेगा। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट है।

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार उत्तराखंड के चमोली, टिहरी, पौड़ी, देहरादून और चंपावत में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जिस वजह से इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं बाकी के जिलों में भी तेज गर्जन के भारी बारिश हो सकती है। इसीलिए इन जिलों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

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