नई दिल्ली, दिल्ली के एक शेल्टर होम से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। राजधानी के रोहिणी में स्थित एक सेल्टर होम में बीते 20 दिनों में 13 बच्चों की ‘रहस्यमय’ मौत हो गई है। इस खुलासे के बाद भाजपा ने दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
ये मामला दिल्ली के रोहिणाी स्थित आशा किरण सेल्टर होम का है। हालांकि 20 दिनों में 13 बच्चों की मौत एक ही सेल्टर होम में कैसे हुई इसका खुलासा नहीं हुआ है लेकिन एसडीएम द्वारा इस मामले में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में पीने के पानी की क्वालिटी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच में हुआ खुलासा
सेल्टर में 13 बच्चों की मौत का खुलासा एक सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट की जांच के बाद हुआ है। जांच के दौरान पता चला कि दिल्ली के रोहिणी में आशा किरण आश्रय गृह में पिछले 20 दिनों में 13 बच्चों की मौत हो चुकी है।
इसके अलावा एक और हैरान कर देने वाली बात ये है कि जनवरी 2024 से लेकर अब तक दिल्ली के अंगर्गत आने वाले ऐसी जगहें जिन्हे सरकारी सुविधा मिलती है वहां पर कुल मौतों की संख्या 27 हो गई है,
इन मौतों का सही कारण अभी तक अज्ञात है। एसडीएम ने कहा कि इस साल मौतों का आंकड़ा पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है। इन मौतों के पीछे असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।
पेयजल की गुणवत्ता पर जताई चिंता
एसडीएम की रिपोर्ट में आशा किरण में बच्चों को दिए जाने वाले पीने के पानी की गुणवत्ता पर चिंता जताई गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने आश्रय गृह में एक तथ्य-खोजी टीम भेजी है और आप सरकार की लापरवाही की आलोचना की है।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा “सालों से दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह ने सारी आशा खो दी है। लोग इसमें पीड़ित हैं और मर रहे हैं और दिल्ली सरकार कुछ नहीं करती, बिल्कुल भी नहीं। मैंने इसका संज्ञान लिया है और अपनी टीम को इसकी जांच के लिए भेजा है। रेखा शर्मा ने यह भी बताया कि एनसीडब्ल्यू निवासियों के लिए बेहतर रहने की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा संचालित रैन बसेरों का ऑडिट भी किया जा रहा है।
आश्रय गृह में मौतों को लेकर भाजपा ने आप पर बोला हमला
दिल्ली भाजपा की एक टीम ने आशा किरण का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रेखा गुप्ता ने कहा “हमारी जानकारी के अनुसार, बच्चों को गंदा पानी मिल रहा है, उन्हें खाना नहीं मिल रहा है, उन्हें इलाज नहीं मिल रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल सभी अधिकारियों को दंडित किया जाना चाहिए।”
दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने भाजपा नेताओं की नाराजगी की आलोचना करते हुए कहा “भाजपा विरोध कर रही है। लेकिन, जब मयूर विहार में एक महिला और उसके बेटे की नाले में फिसलकर मौत हो गई थी, तब उन्होंने विरोध नहीं किया था। वे आशा किरण में विरोध करने आए थे क्योंकि उन्हें पता है कि यह दिल्ली सरकार के अधीन आता है। राय ने आश्वासन दिया कि जिम्मेदार लोगों को परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा “दिल्ली सरकार लोगों के साथ खड़ी है।
आतिशी ने 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मौतों की कथित संख्या को लेकर राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) से मजिस्ट्रेट जांच का अनुरोध किया। उन्होंने 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी। अपने पत्र में आतिशी ने उल्लेख किया कि आश्रय गृह में जनवरी 2024 से अब तक 14 मौतें हो चुकी हैं।