नई दिल्ली, नेशनल कॉन्फ्रेंस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल के साथ-साथ आम आदमी पार्टी समेत कई दलों के नेताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के घर पर मंगलवार को लंबी बैठक की जो ढाई घंटे तक चली. पूरे दिन राजनीतिक गलियारों में इस बैठक को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट करने की एक नई कवायद के तौर पर चर्चा चलती रही.
हालांकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने साफ किया है कि शरद पवार ने ऐसी कोई पहल शुरू नहीं की है. बैठक में यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच की तरफ से लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं को न्योता दिया गया था.
बैठक को लेकर जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता माजिद मेमन से पूछा गया कि क्या यह बैठक राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एक ही मंच पर लाने की कवायद का हिस्सा था? तो उन्होंने कहा, ‘यह कहना गलत होगा कि राष्ट्र मंच की बैठक एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने की विपक्ष की एक कोशिश थी.
यह बैठक राष्ट्र मंच की पहल पर हुई. यह बैठक शरद पवार ने नहीं बुलाई थी.’ माजिद मेमन ने माना कि उन्होंने खुद कांग्रेस नेताओं – मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, केटीएस तुलसी और विवेक तन्खा को न्योता दिया था. लेकिन कांग्रेस का कोई भी नेता बैठक में शामिल नहीं हुआ.