अंबेडकरनगर, रुपिया पैसा बड़े बड़े रिश्तों को खत्म कर देता है ये बात सच साबित हुई जब अम्बेडकर नगर के शिवा कसौधन को उसके अपने ही चार दोस्तों ने मौत की नींद सुला दिया। पड़ोसी होने के नाते शिवा की हनी और नीलेश से बचपन की दोस्ती थी। हनी पर विश्वास करके शिवा ने उसे पांच लाख रुपये दिए थे।
शिवा ने रुपया वापस मांगा तो हनी ने उसे चेक दिया था। इसपर शिवा दबाव बनाते हुए रुपया नहीं देने पर चेक बैंक में लगाकर बाउंस कराते हुए मुकदमा दर्ज कराने की उसे धमकी देने लगा था। इस मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए हनी ने नीलेश और आमिर और आमिर कुरैशी को घटना अंजाम देने के लिए शामिल कर लिया।
इसके बाद शिवा को उसके रुपये वापस देने साई प्लाजा होटल में बुलाया। होटल के सीसी फुटेज में शिवा समेत उसके चारों के साथी यहां आते दिखते हैं। देरशाम तक यहां पार्टी चली। इसमें करीब 35 कैन बीयर पीने की बात पता चली है। शिवा को कतई भान नहीं था कि दोनों दोस्तों के साथ हत्यारे भी आए हैं। कुछ ही पल में यह काल बन जाएंगे।
होटल से वापस लौटते समय पांचों को सीसी फुटेज में साथ देखा गया है। शिवा को होटल में भव्य पार्टी देते हुए जमकर खिलाने पिलाने के बाद उसे साथ लेकर निकट के सन्नाटे वाले मैदान में चारों दोस्त पहुंचे। यहां शिवा से हनी अपना चेक छीनने लगा तो हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद हत्यारों ने उसे ईंट से कूच-कूचकर उसे मार डाला। इसके बाद बोरी में शव को भरा। सड़क पर चहल-पहल अधिक होने से शव को तमसा नदी में ठिकाने लगाने के लिए रात बढ़ने का इंतजार करने लगे। इसके बाद हनी और नीलेश ने तमसा मार्ग पर मुहल्ले के अंदर से शव को लेकर जाने के लिए रास्ता साफ होने की जानकारी दी। इसके बाद दोनों युवक शिवा के शव को बोरे में लेकर तमसा नदी के पुल पर पहुंचे। यहां एक बार फिर से निर्ममता की हदें पार कर चारों ने शिवा की पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर हथौड़ी से अनगिनत वार किए। इसके बाद नदी में फेंक दिया।
परिवार के साथ घूमते रहे हत्यारे: गत 11 नवंबर की रात शिवा को मौत के घाट उतारने के बाद उसके साथी घर लौट गए। शिवा घर नहीं पहुंचा तो परिवार के लोगों ने हनी को फोन किया। हनी ने बताया कि शाम को वह साथ लेकिन बाद में कहां गया पता नहीं है।
इसके बाद शिवा को तलाशने में हनी और नीलेश परिवार के साथ लगे रहे। पुलिस के सामने शिवा के लापता होने से पहले की कहानी बताने में दोनों संदिग्ध लगे तो इन्हें थाने में ही बैठा लिया गया। इनकी काल डिटेल से आमिर और आमिर कुरैशी की पहचान हुई। कड़ाई से पूछताछ में दोनों दोस्तों ने हत्या करने और शव को नदी में फेंकने की बात स्वीकार की।