मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज संगम में स्नान करने गयीं गोपालगंज जिले की चार, औरंगाबाद की एक और सुपौल की एक महिला की मौत हो गयी. भगदड़ में करीब 10 से 12 लोगों के बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है है.
हालांकि, हादसे में मरने वालों की आधिकारिक पुष्टि देर रात तक नहीं हो पायी थी. जिनके परिजन महाकुंभ गये थे, उनके गांव में भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है. लापता लोगों से संपर्क नहीं हो पाने के कारण लोग बेचैन हैं. गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के रामनगर गांव से करीब डेढ़ दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं का जत्था गांव से अमृत स्नान के लिए प्रयागराज गया था. इनमें से सुरेंद्र गोंड की पत्नी तारा देवी (65 वर्ष) और उसी गांव के भुटेली मांझी की पत्नी सरस्वती देवी (62 वर्ष) की मौत की खबर है. खबर है कि बरौली थाने के माड़नपुर गांव के स्व. तारकेश्वर सिंह की 65 वर्षीय पत्नी शिवकली देवी की मौत भी भगदड़ के कारण हो गयी है. हुस्सेपुर के सरपंच प्रतिनिधि लालबाबू प्रसाद ने शिवकली देवी मौत की पुष्टी की है. इधर, उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा निवासी स्व बच्चा दुबे की पत्नी कांति देवी (65) की मौत होने की बात भी सामने आयी है. वहीं विजयीपुर थाना के जगदीशपुर गांव के धर्मेंद्र की पत्नी मुन्नी देवी, रामेश्वर प्रसाद की पत्नी राजकुमारी देवी के अलावा उसी गांव की शोभावती देवी और रीमा देवी की भी कोई खबर नहीं मिल पा रही. परिवार के लोग प्रयागराज के लिए रवाना हो गये हैं.
महाकुंभ की भगदड़ में सुपौल के देहपुर के रामविशनपुर निवासी स्व बिहारी यादव की पत्नी गुलाबी देवी की भी मौत हो गयी. इनके शव का पोस्टमार्टम भी हो गया है. गुलाबी देवी के पति बिहारी यादव की दो वर्ष पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. इनके दो बेटे हैं. दोनों दिल्ली में काम करते हैं. परिवार के साथ वे वहीं रहते हैं. गांव के रिश्तेदारों से जानकारी मिली कि गुरुवार को शव सुपौल आयेगा.