इंदौर, वीआइपी नंंबरों की आनलाइन नीलामी का दावा करने वाले परिवहन विभाग की वेबसाइट गुरुवार देर रात अचानक से क्रेश हो गई, जिससे वीआइपी नंबर खरीदने वाले लोगों को निराशा का सामना करना पड़ा।
वहीं इससे परिवहन विभाग को भी लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि वीआईपी नंबरों की बोली में नई सीरीज शुरू हुई है और इसमें कुछ नंबरों के महंगी कीमत में बिकने की उम्मीद की जा रही थी।
जानकारी के अनुसार अप्रैल माह की दूसरी नीलामी 15 अप्रैल से शुरू हुई थी। जो गुरुवार रात 12 बजे तक चलना थी। लेकिन इस बार कार के नंबरों की नई सीरीज एमपी09 डब्लूएम के वीआइपी नंबरों के बोली में डाले जाने से ज्यादा नंबर बिकने की उम्मीद थी। कार के 0001 नंबर के लिए ही छह दावेदार मैदान में थे। देर रात तक बोली चल रही थी। इसके अलावा कई और नंबरों के लिए भी आवेदक या उनके एजेंट बोली लगा रहे थे। लेकिन रात पौने 12 के आसपास अचानक से जब दावेदारों ने बोली बढ़ाने का प्रयास किया तो अचानक से परिवहन विभाग की वेबसाइट अचानक से क्रेश हो गई और कम कीमत पर लगाने वालों को विजेता घोषित कर दिया गया, जबकि लोग पंसदीदा नंबर के लिए ज्यादा कीमत देने को तैयार थे।
बोली लगाने वाले एजेंटों के अनुसार 0001 नंबर के लिए पहली बार छह दावेदार सामने आए थे, उम्मीद थी कि यह नंबर इस बार ज्यादा कीमत पर बिकेगा लेकिन अचानक से पौने 12 बजे साइट क्रेश हो गई और 12 बजे जब साइट फिर से शुरू हुई तो सारे नंबर बिक चुके थे। हम लोग बोली बढ़ाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन ऐसा हो गया। कुछ साल पहले भी ऐसा हुआ था। जब मामले की जांच भी की गई थी। सूत्रों ने बताया कि बड़े भाजपा नेता के रिश्तेदार को यह नंबर चाहिए था, इसलिए साइट को क्रेश कर दिया गया।