हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन के मामले दुनिया भर में पिछले तीन दशकों में दोगुने हो गए हैं और बढ़ोतरी जारी है. एक आंकड़े के मुताबिक करीब 30 फीसद भारतीय इस स्थिति का सामना कर रहे हैं. हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर भी कहा जाता है. उम्र, लिंग, आनुवांशिकता, मोटापा, सुस्त लाइफस्टाइल समेत हाई ब्लड प्रेशर के लिए कई फैक्टर जिम्मेदार हैं और विशेष तौर खानपान के फैक्टर.
बिना लक्षणों के भी ये रक्त वाहिकाओं और अंगों जैसे दिमाग, दिल और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक ब्लड प्रेशर ब्लड का प्रेशर है जो धमनी की दीवारों के खिलाफ दबाव बनाता है.ऐसी स्थिति में दिल को बहुत ज्यादा जोर लगाकर पंप करना पड़ता है, जिससे धमनियां तनाव में आ जाती हैं. धमनियां आपके दिल से ब्लड को दूसरे अंगों तक पहुंचाती हैं. इसलिए ब्लड प्रेशर की मॉनिटरिंग और नियंत्रण महत्वपूर्ण है ताकि दिल और किडनी की बीमारियों को रोका जा सके. उसे स्वाभाविक रूप से करना अपनी डाइट को सुधार करना और ऐसे फूड्स शामिल करना है जो आपके ब्लड प्रेशर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है.
बेरीज- ये दिल की बीमारी के जोखिम फैक्टर में कमी लाने का काम करते हैं और एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत होते हैं. बेरीज चाहे ब्लूबेरी, रसभरी और स्ट्रॉबेरीज हो, उसमें फ्लेवोनॉयड्स की अधिक मात्रा होने की वजह से उसका सेवन जरूरी हो जाता है.
बीन्स और दालें- ये फाइबर, मैग्नीशियम और पोटैशियम का खजाना होते हैं. रिसर्च ने उसके सकारात्मक प्रभावों को साबित किया है. दालों और बीन्स का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर को कम करने में फायदेमंद है. ये वास्तव में लाइफस्टाइल से जुड़ी सभी बीमारियों को दूर रखने में मददगार हैं.
खट्टे फल- खट्टे फलों में कई किस्में हैं जिसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं. चकोतरा, संतरा और नींबू न सिर्फ विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, मिनरल्स और प्लाटं के यौगिकों से भरपूर होते हैं बल्कि ब्लड प्रेशर कम करनेवाला प्रभाव भी पाया जाता है. खट्टे फलों में कैलोरी की मात्रा कम होने के साथ सोडियम नहीं होता है.
पालक और ब्रोकोली- हरी सब्जियों का मेटाबोलिक संबंधी बीमारियों को कम करने में शानदार भूमिका होती है. ये एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम में समृद्ध हैं जो हाई ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए विकल्प का शानदार स्रोत बनाती हैं. खानपान में बदलाव के अलावा, आपको शारीरिक गतिविधि जैसे टहलना और योग करना स्वस्थ और फिट रहने के लिए रूटीन में शामिल किए जा सकते हैं.