लखनऊ, उत्तर प्रदेश में आने वाले त्योहारों जैसे नवरात्रि, विजयादशमी, दशहरा और चेहल्लम को देखते हुए राज्य की योगी सरकार ने अहम निर्देश जारी कर दिए हैं। सरकार ने अफसरों से ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि किसी भी धार्मिक स्थान पर लोगों का जमावड़ा क्षमता से अधिक न हो।
त्योहारों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा है।
पिछले महीने की शुरुआत में, केंद्र ने सभी प्रदेश तथा केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि कोई बड़ी सभा न हो और वे महामारी की रोकथाम के लिए सक्रिय उपाय करें।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने चल रहे COVID-19 दिशानिर्देशों को एक और महीने के लिए 30 सितंबर तक बढ़ाते हुए, उन्हें आने वाले त्योहारों के मौसम में बड़ी सभाओं से बचने के लिए उपयुक्त उपाय करने की सलाह दी थी और यदि आवश्यक हो, तो ऐसी सभाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रतिबंध लागू करें। विशेष रूप से, आने वाले महीनों में दिवाली और छठ समेत कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाएंगे।
त्योहारों के लिए यूपी सरकार के मुख्य दिशा-निर्देश
- अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा जारी निर्देश के अनुसार दुर्गा पूजा पंडाल एवं रामलीला मंच की स्थापना की अनुमति प्रदान करते समय इस बात का ध्यान रखा जाये कि जन यातायात प्रभावित न हो।
- मूर्तियों को पारंपरिक लेकिन खाली जगह में स्थापित किया जाना चाहिए, उनका आकार जितना संभव हो उतना छोटा रखा जाना चाहिए और जमीन की क्षमता से अधिक लोग नहीं होने चाहिए।
- प्रतिमा विसर्जन के लिए जितना हो सके छोटे वाहनों का प्रयोग करना चाहिए।
- विसर्जन (विसर्जन कार्यक्रम) में कम से कम लोगों को भाग लेना चाहिए।
- मूर्ति विसर्जन के समय निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए और सामाजिक दूरी और मास्क पहनने के नियमों का पालन करना चाहिए।
- ये भी सुनिश्चित किया जाए कि यातायात कभी बाधित न हो और संदिग्ध वाहनों की जांच बैरियर और पुलिस चेक पोस्ट लगाकर की जाए और मोटर वाहन अधिनियम के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए।