कौशल किशोर का निर्दलीय प्रत्याशी से केंद्रीय मंत्रिमंडल तक का सफर अत्यंत संघर्षपूर्ण रहा

लखनऊ,  कालीचरण डिग्री कॉलेज से छात्र राजनीति की शुरुआत करने वाले भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सांसद कौशल किशोर को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल करने पर क्षेत्रवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

बुधवार को हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में सांसद कौशल किशोर ने राज्यमंत्री की शपथ ली। सामंतवाद और गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले कौशल किशोर ने बीएससी की डिग्री लेने के बाद 1986 से क्षेत्रीय राजनीति में कदम रखा और निर्दल चुनाव लड़े। उसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को ज्वाइन किया। जहां उन्हें जिला सचिव बनाया दिया गया।

राजनीति में कदम रखने के साथ ही उन्होंने क्षेत्र से सामंतवाद और गुंडागर्दी खत्म कराने का ऐलान किया। जिसके बाद कमजोर तबके के लोग तेजी से उनके साथ जुड़ने लगे। इस दौरान वह विधानसभा के कई चुनाव लड़े मगर कामयाबी उन्हें वर्ष 2000 में खुद की पार्टी राष्ट्रय वादी कम्युनिस्ट पार्टी बनाने के बाद 2002 में मिली।

वह रिकार्ड मतों से जीत हासिल कर विधानसभा पहुचे और सपा सरकार में श्रम राज्य मंत्री बने। पासी समाज मे मजबूत पकड़ रखने वाले सांसद 2014 में भाजपा का दामन थाम कर संसद पहुंचे। बुधवार को हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में राज्यमंत्री बने। सांसद समर्थक मीनू वर्मा, अमरेश मौर्य, नूर हसन, रामपाल जैसे पुराने साथी डोल नगाड़े के साथ योगी मोदी जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए।

 

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