नई दिल्ली, इस साल जुलाई पिछले 100 सालों में रिकॉर्ड भीषण गर्मी की मार झेल रहा है. वहीं, नासा के क्लाइमटोलॉजीस्ट ने गुरुवार को कहा कि जुलाई 2023 संभवतः सकड़ों नहीं बल्कि हजारों सालों में सबसे गर्म महीना रह सकता है.
उनका मानना है अगर ऐसा ही रहा तो 2024 में स्थिति और भी भयावह हो सकती है. जर्मनी के लिपजिक विश्वविद्यालय ने दुनिया भर के कई जगहों पर पड़ रहे भीषण गर्मी का धरातल और और सेटेलाइट से लिए गए आंकड़ों का अध्ययन किया है.
2019 से अधिक गर्म रहा इस साल का जुलाई
जर्मनी द्वारा किए गए भीषण गर्मी की तुलनात्मक अध्ययन से पता चला है कि इस साल जुलाई का औसत तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने का अनुमान है. वहीं यूरोपीय यूनियन के आंकड़ों के अनुसार, इस साल का जुलाई पिछले साल की तुलना कम से कम 0.2 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने का अनुमान है.
वहीं, लिपजिग विश्वविद्यालय के जलवायु विज्ञानी कार्स्टन हस्टिन ने बताया कि जुलाई में पिछले और इस साल की तुलना में अधिक रहने से हम साफ तौर पर बता सकते हैं, इस साल का जुलाई अधिक गर्म रहने की संभावना है. उन्होंने कहा कि जब तक हम जीवाश्म ईंधन से अपनी निर्भरता कम नहीं करते हैं, तब तक तापमान में ऐसे ही बढ़ोतरी होती रहेगी. उन्होंने बताया कि जुलाई का औसत तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहना रहना चाहिए लेकिन इस वर्ष यह बढ़कर 17 डिग्री सेल्सियस हो गया. उन्होंने आगे बताया कि जलवायु परिवर्तन की अध्ययन करने के लिए हमने ग्लेशियर से बर्फ के टुकड़े और पेड़ छालों को इकट्ठा किया जिससे पता चला कि पिछले 120,000 वर्षों में पृथ्वी का तापमान इतना नहीं बढ़ा था.
संयुक्त राष्ट्र विश्व मौसम विज्ञान संगठन (DMO) ने गुरुवार को बताया अभी जुलाई के सबसे गर्म महीना कहना जल्दबाजी होगा. अभी हम अंतिम डाटा उपलब्ध होने का इंतजार करेंगे. वहीं, ब्रिटेन के लीड्स यूनिवर्सिटी के जलवायु विज्ञानी पियर्स फॉस्टर्स ने कहा कि जुलाई निश्चित रूप से रिकॉर्ड गर्म रहा है.
अमेरिका के एरिजोना से लेकर कैलिफोर्निया के डेथ वैली में रिकॉर्ड तापमान दर्ज हुआ. डेथ वैली में अभी तक सबसे रिकॉर्ड गर्म रात देखी गई. वहीं चीन का उत्तरी प्रांत में रिकॉर्ड 52.2 डिग्री सेल्सियस (126F) भीषण गर्मी दर्ज की गईं. वहीं भीषण गर्मी के चपेट में पूरा यूरोप भी है. फ्रांस, इटली, ग्रीस, ब्रिटेन और जर्मनी से लेकर कई देशों में भीषण गर्मी देखी रही है. डॉक्टरों ने लोगों को दिन 11 बजे से शाम 6 बजे तक घरों से निकलने से मना कर रहे हैं. वहीं कई देशों में भीषण गर्मी की वजह से जंगलों में आग लगने की भी संभावना बढ़ गई है. जिन देशों के जंगलों में आग लगने का सबसे ज्यादा खतरा है we देश ग्रीस, मिस्र, स्पेन, तुर्की इत्यादि है.