नई दिल्ली, पैंडोरा पेपर्स में जिन भारतीयों के नाम सामने आए हैं, उनके रिकॉर्ड्स खंगालने के लिए सीबीडीटी चेयरमैन की अध्यक्षता में एक बहु एजेंसी समूह ने जांच शुरू कर दी है। पिछले हफ्ते इस समूह की पहली बैठक हुई।
बताया या है कि बैठक में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) और आर्थिक खुफिया इकाई (एफआईयू) के अफसर शामिल हुए।
दुनिया भर में अमीर व्यक्तियों की वित्तीय संपत्ति का खुलासा करने वाले पैंडोरा पेपर्स में 380 अमीर भारतीयों के नाम शामिल हैं। हालांकि, इनमें से कई भारतीयों ने कुछ गलत करने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ ने यह रिपोर्ट जारी की। यह रिपोर्ट 117 देशों के 150 मीडिया संस्थानों के 600 पत्रकारों की मदद से तैयार की गई थी। सूत्रों के मुताबिक, बहु एजेंसी समूह इन्हीं खुलासों के आधार पर जांच कर रहा है।
बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि आईसीआईजे की इस रिपोर्ट को संज्ञान में लिया गया और संबंधित जांच एजेंसियां इन मामलों की पड़ताल कर रही हैं। दोषी पाए गए लोगों पर कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही अन्य नामों का खुलासा होता है, हम जांच को और तेज कर देंगे।
इससे पहले सीबीडीटी ने सरकार की ओर से इस मामले की जांच सौंपे जाने पर कहा था कि इन मामलों की प्रभावी जांच सुनिश्चित करने के लिए सरकार विदेशी संस्थाओं के साथ भी सक्रिय रूप से जुड़कर काम करेगी। सीबीडीटी ने कहा था, ”भारत सरकार भी एक अंतर-सरकारी समूह का हिस्सा है, जिसके तहत इस तरह के लीक से जुड़े कर जोखिमों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सहयोग और अनुभव साझा किए जाते हैं।” सीबीडीटी ने कहा कि अब तक कुछ भारतीयों (कानूनी संस्थाओं के साथ ही व्यक्तियों) के नाम मीडिया में आए हैं।