लखनऊ, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग अपने स्कूलों के विद्यार्थियों को रेडियो के माध्यम से शिक्षित और जागरूक करेगा. बच्चों को जन पहल रेडियो नाम के इस कार्यक्रम को शैक्षिक एवं जागरूक करने के लिए प्राइमरी स्कूलों में सप्ताह में सोमवार एवं बुधवार को सुनाया जाएगा.
इसके लिए विभाग ने 15 मिनट के 52 एपीसोड तैयार कराए हैं.
इस संबंध में स्कूल महानिदेशक एवं राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनन्द ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को बुधवार को निर्देश भेज दिए हैं. उन्होंने कहा है कि आकाशवाणी, विविध भारती चैनल व एफएम चैनलों की ओर से अलग-अलग जिलों को इस कार्यक्रम के लिए टाइम स्लॉट आवंटित कर दिया गया है. यह रेडियो कार्यक्रम अगले वर्ष सात फरवरी तक प्रति सप्ताह दोनों दिन स्कूलों में सुनाया जाएगा.
निर्देश में कहा गया है कि विद्यालय प्रबन्ध समिति के कार्यों एवं दायित्वों के संबंध में जन समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से ‘जन पहल रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण किया जाना है. इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए प्रधानाध्यापक, सदस्य सचिव, विद्यालय प्रबन्ध समिति का यह दायित्व होगा कि प्रसारण के दिन संबंधित विद्यालय प्रबन्ध समिति के सभी सदस्यों, शिक्षकों के अलावा विद्यालय में अध्यनरत बच्चों के माता-पिता अथवा अभिभावक एवं स्थानीय परिवारों के सदस्यों को तय तिथि एवं समय की सूचना देंगे.
आकाशवाणी के 12 प्राइमरी केन्द्रों से सुनाया जाएगा रेडियो कार्यक्रम
आकाशवाणी केन्द्रों का नाम और प्रसारण का समय
- लखनऊ सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- मथुरा सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- इलाहाबाद सुबह 11.30 से 11.45 बजे
- नजीबाबाद सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- वाराणसी सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- बरेली सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- झांसी सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- फैजाबाद सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- ओबरा सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- रामपुर सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- गोरखपुर सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- आगरा सुबह 10.45 से 11.00 बजे
विविध भारती चैनल से प्रसारण का समय इस प्रकार है
- इलाहाबाद सुबह 9.45 से 11.00 बजे
- कानपुर सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- वाराणसी सुबह 10.45 से 11.00 बजे
- लखनऊ सुबह 10.45 से 11.00 बजे
एफएम चैनल से प्रसारण का समय जिसका प्रकार है-
- लखनऊ सुबह 9.45 से 10.00 बजे
- बरेली सुबह 9.45 से 10.00 बजे
रेडियो प्रसारण के समय को लेकर उठने लगे है सवाल
सरकारी या निजी क्षेत्रों में काम करने वाले माता-पिता या अभिभावक रेडियो प्रसारण के समय को लेकर नाराज हैं. उनका कहना है कि हमें उस समय ड्यूटी पर जाना होता है. 15 मिनट के लिए ही सही कार्यालय अवधि में सप्ताह में दो बार छुट्टी मिलना मुश्किल है. वहीं कम आय वर्ग के माता-पिता तो कार्यक्रम में आने से सिरे से नकार रहे है. किराने की दुकान में कार्य करने वाले कमलेश का कहना है कि यह मुमकीन नहीं होगा मालिक हमें बार-बार छुट्टी नहीं देगा.
लखनऊ में टीकाकरण के लिए तीन चरणों में चलेगा विशेष अभियान
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग उन बच्चों को कवर करने के लिए तीन चरणों में एक विशेष टीकाकरण अभियान चलाएगा जो नियमित रूप से टीकाकरण के खुराक से चूक गए हैं. मिशन इंद्रधनुष 5.0 नाम के इस अभियान में वैक्सीन की आवश्यकता वाली गर्भवती महिलाएं भी शामिल होंगी. जिन लोगों की खुराक छूट गई है, उनकी पहचान करने के लिए सर्वेक्षण अभियान किया जाएगा. आशा कार्यकर्ता ई-कवच पोर्टल पर विवरण अपलोड करेंगी और माता-पिता को अपने बच्चों को टीकाकरण बूथ पर लाने के लिए प्रेरित करेंगी.
यह टीकाकरण अभियान तीन चरणों में होगा, पहला चरण 7 से 12 अगस्त के बीच, दूसरा 11 से 16 सितंबर के बीच होगा. तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर के बीच होगा. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि यह एक विशेष अभियान मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तहत होगा. इसमें बच्चे और गर्भवती महिलाएं दोनों शामिल होंगी, जिन्हें किसी भी टीके की खुराक की आवश्यकता होगी. अपर सीएमओ डॉ. एपी सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रशिक्षण हो चुका है.
जिले में 13.07 लाख से अधिक घर हैं और 25 जुलाई तक की गणना में कुल 2.76 लाख घर शामिल थे. ऐसे बच्चों और गर्भवती महिलाओं की संख्या की पहचान की गई है जो टीके की कोई भी खुराक लेने से चूक गए हैं और अभी भी घरों का सर्वेक्षण जारी है.
वहीं, एससी त्रिवेदी मेमोरियल ट्रस्ट अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अमिता शुक्ला ने कहा कि बच्चों, गर्भवती महिलाओं को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण है. एक भी खुराक छूटनी नहीं चाहिए. जिन बच्चों और गर्भवती महिलाओं की खुराक छूट गई है, उनकी पहचान करने के लिए घरों का सर्वेक्षण मिशन इंद्रधनुष 5.0 शुरू होने के बाद भी जारी रहेगा.
आशा कार्यकर्ताओं को ऐसे बच्चों और गर्भवती महिलाओं का विवरण ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करने के लिए कहा गया है. आशा कार्यकर्ता माता-पिता को बच्चों को टीकाकरण बूथ पर लाने के लिए भी प्रेरित करेंगी. अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षक सर्वेक्षण करने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा क्षेत्र के दौरों का समन्वय करेंगे.