जकार्ता, इंडोनेशिया में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. देश के मौसम विभाग ने कहा कि इंडोनेशिया ने पूर्वी नुसा तेंगारा में 7.5 तीव्रता के भूकंप (Earthquake in Indonesia) के बाद सुनामी (Tsunami) की चेतावनी जारी की गई है. वहीं, यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप केंद्र ने भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई है. इसने बताया कि भूकंप का केंद्र पांच किमी की गहराई पर था।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा, भूकंप केंद्र के 1,000 किमी के भीतर स्थित तटों पर खतरनाक लहरें आने की संभावना है. यूएसजीएस ने कहा कि भूकंप की वजह से हताहत होने वाले लोगों की संख्या कम है. हालांकि, इसने कहा कि इस क्षेत्र में हाल के भूकंपों ने सुनामी और भूस्खलन का खतरा पैदा किया है. जीएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने कहा कि इस साल मई में शुक्रवार को इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के उत्तर पश्चिमी तट पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था. इंडोनेशिया में हमेशा ही भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहे हैं।
इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) पर स्थित है, इस वजह से यहां पर हमेशा ही भूकंप के झटके और सुनामी आती रहती है. रिंग ऑफ फायर एक आर्क की तरह है, जहां की टेक्टोनिक प्लेट्स में अक्सर ही हलचल होती रहती है, जो भूकंप की वजह बनता है. ये आर्क जापान से दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैला है. इंडोनेशिया में 2004 में जबरदस्त भूकंप आया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 9.1 थी. इसकी वजह से इतनी भयंकर सुनामी आई, जिसकी चपेट में आकर दक्षिण एशिया में 2.2 लाख लोगों की मौत हो गई. इंडोनेशिया में ही अकेले 1.7 लाख लोगों की मौत हो गई.
बॉक्सिंग डे आपदा दर्ज इतिहास की सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी. वहीं, 2018 में, एक शक्तिशाली भूकंप ने लोम्बोक द्वीप को हिला दिया और अगले कुछ हफ्तों में कई और झटके आए, जिसमें हॉलिडे द्वीप और पड़ोसी सुंबावा में 550 से अधिक लोग मारे गए. उस साल बाद में, सुलावेसी द्वीप पर पालू में 7.5-तीव्रता का भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में 4,300 से अधिक लोग मारे गए या लापता हो गए.