टोक्यो, ओलिंपिक में मीराबाई चानू ने भारत को पहला मेडल दिलाया है. मीराबाई चानू ने ये कमाल 49 किलोग्राम भारवर्ग की महिला वेटलिफ्टिंग में किया. उन्होंने स्नैच और क्लीन एंड जर्क राउंड मिलाकर कुल 202 किलो वजन उठाया और सिल्वर मेडल जीता. मीराबाई ने स्नैच राउंड में 87 किलो वजन उठाया तो वहीं क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 115 किलो वजन उठाया. 49 किलोग्राम भारवर्ग की महिला वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक चीन की वेटलिफ्टर ने जीता।
49 किलोग्राम भारवर्ग के महिला वेटलिफ्टिंग की शुरुआत स्नैच राउंड से हुई. इसमें मीराबाई चानू ने अपने पहले प्रयास में 81 किलोग्राम वजन उठाया. इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने 87 किलोग्राम वजन उठाया।
इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने 87 किलोग्राम वजन उठाया. हालांकि मीराबाई चानू का तीसरा प्रयास विफल रहा. तीसरे प्रयास में वो 89 किलोग्राम वजन उठाने आईं थी. अगर वो इस वजन को उठा लेतीं तो स्नैच राउंड में ये उनका पर्सनल बेस्ट होता. लेकिन, वो ऐसा नहीं कर सकीं और स्नैच राउंड में उनका सबसे ज्यादा भार 87 किलोग्राम दर्ज किया गया. स्नैच राउंड में मीराबाई सभी महिला वेटलिफ्टर्स के बीच दूसरे नंबर पर रही. पहला स्थान चीन की वेटलिफ्टर ने हासिल किया, जिन्होंने स्नैच में 94 किलो वजन उठाकर नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया. भारत की मीराबाई चानू और चीनी वेटलिफ्टर के बीच स्नैच राउंड में कुल 7 केजी का फासला रहा।
अब बारी क्लीन एंड जर्क की थी और इस राउंड की शुरुआत मीराबाई चानू ने 110 किलो वजन उठाकर की. उन्होंने दूसरे प्रय़ास में 115 किलो वजन उठाया. वहीं तीसरे प्रयास में 117 किलो वजन उठाने में नाकाम रहीं. दूसरी ओर चीनी वेटलिफ्टर ने क्लीन एंड जर्क में 116 किलो का भार उठाते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया.
मीराबाई चानू का जीता सिल्वर मेडल ओलिंपिक्स के महिला वेटलिफ्टिंग में भारत को हासिल हुआ दूसरा मेडल है. इससे पहले 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्नम मल्लेश्वरी ने मेडल जीता था. यानी पूरे 21 साल बाद भारत ने महिला वेटलिफ्टिंग का मेडल ओलिंपिक में जीता है. टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर जीतने वाली मीराबाई, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु के बाद दूसरी भारतीय महिला एथलीट भी बन गई हैं।