नई दिल्ली, भारत के दीपक चाहर ने दो विकेट चटकाने बाद बाद करियर का पहला अर्धशतक जड़ा और भुवनेश्वर कुमार के साथ आठवें विकेट की अटूट अर्धशतकीय साझेदारी की, जिससे भारत ने मंगलवार को यहां बेहद रोमांचक दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में श्रीलंका को तीन विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त बनाई।
श्रीलंका के 276 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने चाहर (82 गेंद में नाबाद 69, सात चौके और एक छक्का) और भुवनेश्वर (28 गेंद में नाबाद 19) के बीच आठवें विकेट की 84 रन की अटूट साझेदारी से 49.1 ओवर में सात विकेट पर 277 रन बनाकर जीत दर्ज की। इन दोनों ने उस समय यह साझेदारी की जब भारत 193 रन पर सात विकेट गंवाने के बाद संकट में था।
भारत की ओर से सूर्यकुमार यादव (53) ने भी अर्धशतक जड़ा जबकि मनीष पांडे (37) और कृणाल पंड्या (35) ने उपयोगी पारियां खेली।
श्रीलंका ने चरिथ असालांका (68 गेंद में 65 रन, पांच चौके) और सलामी बल्लेबाज अविष्का फर्नांडो (71 गेंद में 50 रन) के अर्धशतक से नौ विकेट पर 275 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। निचले क्रम में चमिका करूणारत्ने (33 गेंद में नाबाद 44, पांच चौके) ने तेजतर्रार पारी खेली जिससे टीम अंतिम 10 ओवर में 79 रन जोड़ने में सफल रही। करूणारत्ने ने असालांका के साथ सातवें विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी भी की।
भारत की ओर से लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 50 रन जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 54 रन पर तीन-तीन विकेट चटकाए। चाहर ने 53 रन देकर दो विकेट हासिल किए। तीसरा और अंतिम मुकाबला यहां प्रेमदासा क्रिकेट स्टेडियम में ही 23 जुलाई को खेला जाएगा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत खराब रही और टीम ने 39 रन तक ही सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव (13) और इशान किशन (01) के विकेट गंवा दिए। लेग स्पिनर हसारंगा (37 रन पर तीन विकेट) की सीधी गेंद को चूककर पृथ्वी बोल्ड हुए जबकि इशान ने तेज गेंदबाज कासुन रजिता की गेंद को विकेटों पर खेला।
कप्तान शिखर धवन (29) भी हसारंगा की सीधी गेंद को चूककर पगबाधा हुए। सूर्यकुमार और पांडे ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ही बल्लेबाज अच्छी लय में लग रहे थे। दोनों ने भारत के रनों का शतक 16वें ओवर में पूरा किया।
पांडे हालांकि इसके बाद दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए। सूर्यकुमार ने सीधा करारा शॉट मारा और गेंदबाज दासुन शनाका के हाथ से लगने के बाद गेंद विकेटों से टकरा गई। इस समय पांडे क्रीज से बाहर थे।
शनाका के इसी ओवर में हार्दिक पंड्या (00) ने धनंजय डिसिल्वा को कैच थमा दिया जिससे 18वें ओवर में भारत का स्कोर पांच विकेट पर 116 रन हो गया।
भारत के 150 रन 27वें ओवर में पूरे किए। इसी ओवर में अपना दूसरा मैच खेल रहे सूर्यकुमार ने लक्षण संदाकन पर चौका जड़कर 42 गेंद में पहला अर्धशतक पूरा किया लेकिन अंतिम गेंद पर पगबधा हो गए। उन्होंने 44 गेंद का सामना करते हुए छह चौके जड़े।
कृणाल को इसके बाद चाहर का साथ मिला। दोनों ने संदाकन पर चौके जड़े लेकिन हसारंगा ने कृणाल को बोल्ड करके भारत को करारा झटका दिया। कृणाल ने 54 गेंद में तीन चौके मारे।
चाहर और भुवनेश्वर अब क्रीज पर थे। भारत को अंतिम 10 ओवर में 67 रन की दरकार थी। चाहर ने संदाकन पर चौका और फिर छक्का जड़ने के बाद रजिता पर लगातार दो चौके जड़कर रन गति बनाए रखी। पांचवां वनडे खेल रहे चाहर ने चमीरा की गेंद पर एक रन के साथ 64 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
भारत को अंतिम पांच ओवर में 31 रन की जरूरत थी। हसारंगा के ओवर में सिर्फ दो रन बने लेकिन भुवनेश्वर और चाहर ने चमीरा पर चौके जड़ते हुए 13 रन बटोरे।
हसारंगा के 48वें ओवर में सिर्फ एक रन बना। भारत को अंतिम दो ओवर में 15 रन की जरूरत थी। चाहर ने चमीरा पर दो चौके के साथ भारत का पलड़ा भारी किया। अंतिम ओवर में भारत को तीन रन की दरकार थी और चाहर ने रजिता की पहली गेंद पर चौका जड़कर टीम को जीत दिला दी।
इससे पहले श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। फर्नांडो और मिनोद भानुका (36) ने पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़कर एक बार फिर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
मिनोद और फर्नांडो दोनों को चाहर के ओवर में जीवनदान मिला। मिनोद ने इसके बाद भुवनेश्वर और चाहर दोनों पर दो-दो चौके मारे जबकि फर्नांडो ने चहल पर चौके के साथ आठवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
भारतीय गेंदबाजों ने इसके बाद श्रीलंका के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया। अगले पांच ओवर में कोई बाउंड्री नहीं लगी। टीम को इसका फायदा 14वें ओवर में मिनोद के विकेट के रूप में मिला जो चहल की गेंद पर पांडे को कैच दे बैठे। चहल ने अगली गेंद पर भानुका राजपक्षे (00) को भी विकेटकीपर इशान किशन के हाथों कैच कराया।
फर्नांडो और अनुभवी धनंजय डिसिल्वा (32) ने इसके बाद 21वें ओवर में स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। फर्नांडो ने 24वें ओवर में कृणाल पंड्या पर चौके के साथ आठ ओवर के बाद पहली बाउंड्री लगाई।
अगले ओवर में फर्नांडो ने भुवनेश्वर की गेंद पर एक रन के साथ 70 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन फिर मिड आन पर कृणाल को कैच दे बैठे। डिसिल्वा भी इसके बाद चाहर की गेंद को हवा में लहराकर मिड आफ पर धवन को आसान कैच थमा बैठे।
चहल ने गेंदबाजी में वापसी करते हुए शनाका (16) को बोल्ड करके मेजबान टीम का स्कोर पांच विकेट पर 172 रन किया। असालांका ने इस बीच कुछ आकर्षक शॉट खेले। उन्होंने चहल, कुलदीप यादव और कृणाल की स्पिन तिकड़ी पर चौके जड़े।
चाहर ने हसारंगा (08) को बोल्ड करके श्रीलंका को छठा झटका दिया। श्रीलंका के 200 रन 41वें ओवर में पूरे हुए। असालांका ने कुलदीप पर चौके के साथ अपने चौथे मैच में 56 गेंद में पहला अर्धशतक पूरा किया। भुवनेश्वर ने असालांका को स्थानापन्न खिलाड़ी देवदत्त पडिक्कल के हाथों कैच कराके श्रीलंका को बड़ा झटका दिया। करूणारत्ने ने चाहर और भुवनेश्वर के अंतिम दो ओवर में दो-दो चौके जड़कर टीम का स्कोर 270 रन के पार पहुंचाया।