नई दिल्ली. सैयद शुजा नाम के एक शख्स ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर दावे से सनसनी फैला दी. दरअसल उसने दावा किया कि वह ईवीएम की फ्रीक्वेंसी से छेड़छाड़ करके उसे हैक कर सकता है.
शुजा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. चुनाव आयोग का भी इसपर ध्यान गया, जिसके बाद उसकी शिकायत पर मुंबई पुलिस की साइबर यूनिट ने शुजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली.
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि आरोपी सैयद शुजा का दावा झूठा और निराधार है. अधिकारी ने बताया कि 30 नवंबर को साउथ मुंबई के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
https://x.com/CEO_Maharashtra/status/1863121758380785926?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1863121758380785926%7Ctwgr%5Ed7607a214cfd6132c15e31ea8fa8d1d86dde9a68%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=http%3A%2F%2Fapi-news.dailyhunt.in%2F
निर्वाचन आयोग ने वर्ष 2019 में भी इसी तरह का दावा करने के लिए शुजा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘झूठे दावों से जुड़ी इसी तरह की एक घटना में आयोग के निर्देश पर 2019 में दिल्ली में इसी व्यक्ति (शुजा) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जो किसी अन्य देश में छिपा हुआ है.’
आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली और मुंबई पुलिस मामले की सक्रियता से जांच कर रही है और इस तरह की ‘दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों’ में शामिल लोगों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जरूरी कदम उठा रही है. अधिकारी ने बताया कि इस तरह की हरकतें एक गंभीर अपराध हैं और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
आयोग ने कहा है कि ईवीएम ऐसी मशीन है जिसे ‘वाई-फाई’ या ‘ब्लूटूथ’ सहित किसी भी नेटवर्क से नहीं जोड़ा जा सकता. इसने इस बात पर भी जोर दिया है कि ईवीएम के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती. सुप्रीम कोर्ट ने भी ईवीएम पर अपना भरोसा जताया है.