कानपुर, कल्याणपुर इलाके की रहने वाली बैंक मैनेजर महिला की पंजाब के भटिंडा में मौत हो गई. 4 जून को मृतका के परिजनों को उसकी हालत सीरियस होने की बात पति ने फोन करके दी थी. उसके बाद कानपुर से भटिंडा पहुंचे परिजनों में पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए जबरन गर्भपात करने के दबाव के साथ उसे गर्भपात की गोलियां खिलाकर मार देने का आरोप लगाया. मृतका के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी और दामाद के बीच तीसरी संतान को लेकर काफी बीते दिनों विवाद हुआ था.
मृतका 8 महीने की गर्भवती थी और पति ने उसकी जबरन बच्चे का लिंग जांच करा कर बेटी होने के कारण गर्भपात का दबाव बनाया था, लेकिन पत्नी के मना करने पर उसने जबरदस्ती कर उसको गर्भपात की भारी मात्रा में गोलियां खिला दी, जिसके चलते जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई. मौत के बाद मृतका के परिजन अपनी बेटी का शव लेकर कानपुर चले आए. मृतका के परिजनों का आरोप है कि पहले से दो बेटियां होने के चलते पति बेटे को लेकर पत्नी पर लगातार जोर जबरदस्ती कर रहा था, लेकिन गर्भ में बेटी के होने की जानकारी होने पर वह बुरी तरह से पत्नी के पीछे गर्भपात कराने के लिए पड़ गया था.
मृतका सपना गौतम की मां गीता ने बताया कि 10 साल पहले उन्होंने अपनी बेटी की शादी रतनलाल नगर के रहने वाले एचपीसीएल में इंजीनियर शमशेर सिंह से की थी. उनकी बेटी भटिंडा में बैंक ऑफ बड़ौदा में ब्रांच मैनेजर थी. शमशेर की पोस्टिंग क्योंकि भटिंडा थी तो बेटी ने भी ट्रांसफर अपना करा लिया था. इसके बाद उनको दो बेटियां हुईं, लेकिन बेटे की चाहत में जब सपना तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई तो 8वें महीने में पति ने उसकी जबरन जांच करवाई और बेटी होने पर गर्भपात का दबाव बनाया, लेकिन सपना के मना करने पर उसने चोरी-छिपे डॉक्टर से उसको गर्भपात की दवा जबरन दिलवा दी.
4 जून को उन्हें यह जानकारी दी गई कि बेटी की तबीयत खराब है, जिसके बाद वह जब परिवार सहित भटिंडा पहुंचीं तो पता चला कि जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई है. मां गीता ने बताया कि उनका दामाद शमशेर मौजूद दोनों बेटियों का खर्चा उठाने के नाम पर उनसे 10 लाख रुपए पहले दबाव बनाकर ले चुका है. पूरे मामले में मृतका के परिजनों ने कानपुर के गोविंद नगर थाने में तहरीर देकर शव के पोस्टमार्टम का निवेदन किया था, जिस पर कानपुर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है.
थाना गोविंद प्रभारी प्रशांत मिश्रा का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. परिजनों का आरोप है की गर्भपात की दवा खाने के चलते प्रीमेच्योर डिलीवरी में ज्यादा रक्तस्राव से जच्चा-बच्चा की मौत का आरोप परिजनों ने लगाया है. साथ ही तहरीर में उन्होंने दहेज के साथ ही साथ लिंग जांच करने का गंभीर आरोप भी पति पर लगाया है. साथ ही जबरन धोखे से गर्भपात की दवा खिलाने की बात भी बताई है.