नई दिल्ली, महादेव बैटिंग एप के प्रमुख किंगपिन रवि उप्पल को दुबई में हिरासत में लिए जाने की खबर ने आज एक बार फिर से इस एप से जुड़े लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। खुद को मामले में जानबूझ कर फंसाए जाने तथा मामला रफा-दफा करवाने की जुगतें लगा रहे इस स्कैम से जुड़े बहुत से लोग अब जल्द ही जेल की हवा खा सकते हैं।
रवि उप्पल तथा सौरव चंद्राकर महादेव बैटिंग एप में दो ऐसे नाम हैं, जो कुछ ही दिनों में फर्श से अर्श तक पहुंच गए। वैसे बताया जा रहा है कि यह कुल स्कैम करीब 15000 करोड़ का है। ई.डी. ने इंटरपोल को रैड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी, जिसमें ई.डी. ने दावा किया था कि अपराध की अनुमानित आय करीब 6000 करोड़ रुपए है।
महादेव एप बनाने से पहले रवि भिलाई के नामचीन सट्टेबाजों में गिना जाता रहा, वैसे वह इतने बड़े एंपायर तक पहुंचने से पहले कभी भिलाई में टायर की दुकान चलाता था। इस दौरान वह ट्यूबवैल के बोर करने का काम करता था। उसके पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में बड़े पद पर थे, जो बाद में रिटायर हो गए थे। रवि उप्पल को शौक था कि वह बड़े लोगों में गिना जाए, जिसके लिए वह सट्टेबाजी से आने वाले पैसे का खूब प्रयोग करता था।
कभी किसी मंदिर में बोर करवा दिया, तो कभी कहीं वैसे कुछ भेंट कर दिया। इस दौरान वह अपने नाम का खूब प्रचार व प्रसार करता था।
रवि उप्पल का साथी था, सौरव चंद्राकर तथा ये दोनों मिलकर सट्टेबाजी का काम करते थे। जब महादेव एप का प्रोजैक्ट शुरू हुआ तो रवि तथा सौरव दुबई चले गए, जहां पर जाकर इन्होंने महादेव एप को बड़े स्तर पर प्रोमोट किया।
कहा जाता है कि रवि के हर अच्छे- बुरे काम में सौरव चंद्राकर उसका साया बनकर साथ देता था। महादेव एप ऑनलाइन बुक शुरू करके इन दोनों ने अरबों-खरबों रुपए कमाए। इसमें दोनों ने धीरे-धीरे अलग-अलग राज्यों के बड़े सट्टेबाजों को अपने साथ जोड़ना शुरू कर दिया। पंजाब के जालंधर से रीयल एस्टेट कारोबारी चंद्र अग्रवाल भी इसी क्रम में इनके साथ जुड़ा था।
गौरतलब है कि महादेव एप से संबंधित जो मामला महाराष्ट्र पुलिस ने दर्ज किया है, उसमें कुल 32 लोगों के नाम हैं, जिनमें रवि व सौरव के साथ- साथ चंद्र अग्रवाल का भी नाम है। इसी चक्कर में चंद्र अग्रवाल का भी दुबई में कई बार आना-जाना हुआ है। जानकारी मिली है कि दुबई में बैठकर सौरव और रवि उप्पल ने एक – बड़ा नैक्सिस तैयार किया था, जिसमें पुलिस, ब्यूरोक्रेट्स और राजनीति से संबंधित कई लोग शामिल किए गए थे। इनके माध्यम से ही महादेव बैटिंग एप को भारत में प्रोमोट किया जा रहा था।
जानकारी यह भी मिली है कि इन दोनों ने अपने धंधे को बढ़ाने के लिए भारत के साथ-साथ थाईलैंड तथा मलेशिया में भी कॉल सेंटर खोल रखे थे, जिन्हें चेन के तौर पर बड़ी चालाकी से चलाया जा रहा था। इन कॉल सेंटर के माध्यम से भोली-भाली जनता को लालच देकर उन्हें अलग-अलग एप के माध्यम से जानकारी मिली है कि दुबई में बैठकर सौरव और रवि उप्पल ने एक – बड़ा नैक्सिस तैयार किया था, जिसमें पुलिस, ब्यूरोक्रेट्स और राजनीति से संबंधित कई लोग शामिल किए गए थे। इनके माध्यम से ही महादेव बैटिंग एप को भारत में प्रोमोट किया जा रहा था। जानकारी यह भी मिली है कि इन दोनों ने अपने धंधे को बढ़ाने के लिए भारत के साथ-साथ थाईलैंड तथा मलेशिया में भी कॉल सेंटर खोल रखे थे, जिन्हें चेन के तौर पर बड़ी चालाकी से चलाया जा रहा था।
इन कॉल सेंटर के माध्यम से भोली-भाली जनता को लालच देकर उन्हें अलग-अलग एप के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था। अकेले छत्तीसगढ़ में ही इस एप के करीब 1 दर्जन कॉल सेंटर खोले गए थे।ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था। अकेले छत्तीसगढ़ में ही इस एप के करीब 1 दर्जन कॉल सेंटर खोले गए थे
मामले में ई.डी. ने सतीश चंद्राकर नामक एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जो कॉल सेंटर चला रहा था।
बताया जा रहा है कि रवि उप्पल तथा सौरव चंद्राकर के इस मायाजाल में वह 5 प्रतिशत का हिस्सेदार था और उसका काम अवैध पैसे की ट्रांजैक्शन को संभालना था। ई.डी. को अभी तक की जांच में यह जानकारी मिली है कि सतीश चंद्राकर के संबंध नामी गैंगस्टर और ड्रग डॉन तपन सरकार के साथ भी हैं। इस मामले में ई.डी. ने असीम दास और छत्तीसगढ़ पुलिस के एक कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया है।
असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपए बरामद हुए थे। और असीम दास ने यह कबूल किया था कि यह पैसा उसे दुबई से शुभम सोनी ने भेजा था।
ई.डी. को इस बात के प्रमाण मिले हैं कि दुबई में सौरव चंद्राकर की आलीशान शादी में आर वन इवेंट्स प्रा.लि. नाम की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हायर किया गया था और हवाला के जरिए करीब 112 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया।
ई.डी. को मिली जानकारी के अनुसार 42 करोड़ रुपए की होटल बुकिंग नकद भुगतान करके की गई थी। इस शादी में मशहूर फिल्मी हस्तियां शामिल हुई थीं। इवेंट में वैडिंग प्लानर, डांसर, डैकोरेटर आदि को मुंबई से विशेष तौर पर लाया गया था।
इस शादी में 17 बॉलीवुड हस्तियों को चार्टर्ड प्लेन से दुबई लाया गया था औरआरोप है कि इन लोगों ने स्टेज परफॉर्मेंस भी दी थी। इन सभी कलाकारों को हवाला के जरिए पैसा ट्रांसफर किए जाने का भी आरोप लगा है
महादेव एप को लेकर मुंबई में दर्ज एफ.आई.आर. में पंजाब के जालंधर से चंद्र अग्रवाल का नाम आने के बाद पुलिस लगातार सक्रियता से जांच कर रही है। पता चला है कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम 2 दिन शहर में रहकर गई है।
यह भी जानकारी मिली है कि मुंबई पुलिस की टीम से पहले जालंधर में दो दिन तक दिल्ली स्पैशल सैल की टीम ने डेरा डाले रखा। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सैल की टीम भी इस मामले में डाटा एकत्र कर रही है। दिल्ली स्पैशल सैल की टीम के हाथ में महादेव एप के संबंध में कुछ रिकार्ड लगा है, जिसके बाद टीम जांच में जुट गई है। सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि टीम की तरफ से शहर में कोई बड़ी गिरफ्तारी करने की भी योजना है।महादेव बैटिंग एप का संबंध सीधे तौर पर पंजाब से भी है क्योंकि रवि उप्पल तथा सौरव चंद्राकर का साथी चंद्र अग्रवाल पंजाब के जालंधर से संबंधित है।
पता चला है कि चंद्र अग्रवाल के साथ मिलकर इन लोगों ने सट्टेबाजी के इस ऑनलाइन धंधे को खूब रंग दिया। जानकार तो यह भी बता रहे हैं कि पंजाब में भी करीब एक दर्जन कॉल सेंटर खोले गए थे तथा इस बैटिंग एप सिंडीकेट को पंजाब में लगातार फैलाने की कोशिश की जा रही थी। बड़े शातिर तरीके से गरीब व भोले-भाले लोगों को रातों-रात अमीर बनाने का लालच देकर उनसे मेहनत की कमाई सट्टे में लगवाई जाती थी, जिसके बाद ये लोग खुद अमीर हो गए और गरीब लोगों को और गरीब कर दिया व न जाने कितने ही घर इस ऑनलाइन जुए की भेंट चढ़ गए। रवि उप्पल का बेहद करीबी तथा राइट हैंड बताया जाता सौरव चंद्राकर भी कोई कम शौकीन नहीं है। उसने भी पैसा उड़ाने में कभी कोई कमी नहीं छोड़ी।
नगर निगम में एक पंप आप्रेटर का बेटा, जो कभी जूस की दुकान चलाता था, बाद में दुबई चला गया और उसने रवि उप्पल को भी 2019 में दुबई बुलाया था। वहां पर दोनों ने जब महादेव एप लांच की तो उसके बाद नए यूजर्स और फ्रैंचाइजी जोड़ने के लिए बकायदा विज्ञापन जारी किए। इसी विज्ञापन के माध्यम से जालंधर के रीयल एस्टेट कारोबारी चंद्र अग्रवाल का इनसे मिलाप हुआ था। जानकारी मिली है कि फरवरी 2023 में सौरव चंद्राकर ने दुबई में आलीशान आयोजन किया, जिसमें उसकी शादी हुई। इस शादी पर करीब 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए। परिवार के लोगों को बकायदा नागपुर से दुबई ले जाने के लिए प्राइवेट जेट इस्तेमाल किया गया।