हिंदू धर्म किसी का नहीं है और फिर भी जो कोई भी इसे अपनाना चाहता है उसे स्वीकार करता है : राहुल गाँधी

नई दिल्ली, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हिंदू धर्म और हिंदू होने के सार पर विचार करते हुए बताया कि कैसे हिंदू धर्म किसी का नहीं है और फिर भी जो कोई भी इसे अपनाना चाहता है उसे स्वीकार करता है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने हिंदू धर्म को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली है। उन्होंने एक्स पर सत्यम् शिवम् सुंदरम् नाम से डेढ़ पेज का एक लेख शेयर किया है, जिसमें उन्होंने हिंदू होने का मतलब बताया है। लेख में लिखा है कि हिंदू वही है, जिस व्यक्ति में अपने भय की तह में जाकर इस महासागर को सत्यनिष्ठा से देखने का साहस है।

रविवार को राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी पोस्ट पर लिखा, ‘सत्यम् शिवम् सुंदरम्, एक हिंदू अपने अस्तित्व में समस्त चराचर को करुणा और गरिमा के साथ उदारतापूर्वक आत्मसात करता है, क्योंकि वह जानता है कि जीवनरूपी इस महासागर में हम सब डूब-उतर रहे हैं। निर्बल की रक्षा का कर्तव्य ही उसका धर्म है।”

https://x.com/RahulGandhi/status/1708329512214167604?s=20

कांग्रेस नेता ने इंडियन एक्सप्रेस के लिए ओपिनियन लेख में लिखा, ‘एक हिंदू को जिज्ञासा की गहरी भावना प्रदान की जाती है, जो यह सुनिश्चित करती है कि वह कभी भी समझने के लिए अपना दिमाग बंद न करे। एक हिंदू विनम्र होता है और विशाल महासागर में तैरने वाले किसी भी प्राणी की बात सुनने और सीखने के लिए हमेशा तैयार रहता है… वह सभी जीवित प्राणियों से प्यार करती हैं और स्वीकार करती हैं कि उनमें से प्रत्येक को समुद्र में नेविगेट करने और समझने के लिए अपना रास्ता चुनने का अधिकार है, ”

राहुल गांधी की इस पोस्ट पर एक्स यूजर्स ने जमकर प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा, “समाज के कमजोर वर्गों की देखभाल करना हिंदू का कर्तव्य है।” एक यूजर ने राहुल गांधी को चुनावी हिंदू बताया। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, “हिंदुत्व की इससे अच्छी व्याख्या हो ही नहीं सकती।” एक यूजर ने लिखा, “पहले हंसी आती थी, अब तरस आता है इन पर।”

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