नई दिल्ली, फ्लोरिडा और दक्षिण-पूर्वी अमेरिका में 225 किलोमीटर की रफ्तार से आए तूफान से भारी तबाही मचाई है. इस तूफान का नाम हेलेन रखा गया था, जिसकी चपेट में आकर कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ों लोग घायल हो गए.
तूफान हेलेन ने पूरे इलाके को मानो तहस नहस कर दिया. यहां कई घर तूफान में ताश के पत्तों की तरह ढह गए, वहीं ऊंचे-ऊंचे ओक के पेड़ तिनकों की तरह बिखरते दिखे. तूफान का प्रकोप थोड़ा शांत होने के बाद बचाव दल ने लोगों को बचाने के लिए बचाव अभिान शुरू किया.
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हेलेन तूफान से जान गंवाने वाले वालों तीन फायर फायटर, एक महिला और उसके एक महीने के जुड़वां बच्चे के अलावा 89 साल की एक बुजुर्ग भी शामिल हैं, जिनका घर एक गिरते पेड़ की चपेट में आ गया था. एपी के अनुसार, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलिना, दक्षिण कैरोलिना और वर्जीनिया में कई लोगों की मौत हुई.
हेलेन तूफान ने गुरुवार देर रात फ्लोरिडा के ग्रामीण बिग बेंड इलाके में जब दस्तक दी, तब उसकी रफ्तार 225 किलोमीटर प्रति घंटे की थी. मूडीज एनालिटिक्स का अनुमान है इस इस तूफान की वजह से 15 से 26 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के नुकसान की उम्मीद है.
क्लास 4 के इस तूफान के तूफान के चलते दक्षिणी जॉर्जिया के कुछ अस्पतालों की बिजली कट गई. वहीं फ्लोरिडा के गवर्नर ब्रायन केम्प ने कहा कि अधिकारियों को मलबा हटाने और सड़कें खोलने के लिए चेनसॉ का इस्तेमाल करना पड़ा.
तूफान के गुजर जाने के बाद सैकड़ों मील उत्तर-पूर्व टेनेसी तक मलबा फैला हुआ दिखा. वहीं उत्तरी कैरोलिना के नैश काउंटी सहित कुछ क्षेत्रों में बवंडर के कारण चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जॉर्जिया के स्टेट क्लाइमेटोलॉजिस्ट ऑफिस ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि अटलांटा में 48 घंटों में रिकॉर्ड 28.24 सेंटीमीटर बारिश हुई, जो 1878 में रिकॉर्ड रखने की शुरुआत के बाद से शहर में दो दिन की अवधि में देखी गई सबसे अधिक बारिश है. 24.36 सेंटीमीटर का पिछला रिकॉर्ड 1886 में बनाया गया था। कुछ इलाकों में इतनी बुरी तरह बाढ़ आ गई थी कि केवल कार की छतें ही पानी से ऊपर दिखाई दे रही थीं.