चेन्नई, नए साल के जश्न की तैयारी कर रहे चेन्नई समेत पूरे राज्यवासी गुरुवार को उस वक्त हैरान रह गए जिस वक्त अचानक हुई बेमौसम बरसात ने पूरे जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया।
आम लोगों की तरह मौसम विभाग भी इस भारी बारिश को देखकर हैरान रह गया। चूलैमेदु, टी नगर, अशोक नगर, तेयनमपेट, मायलापुर और ब्रॉडवे, जो अभी-अभी नवंबर में हुई भारी बारिश के प्रकोप से उबरे ही थे, एक बार फिर से भारी बारिश की गिरफ्त में आ गए।
लगातार हो रही भारी बारिश के चलते चेन्नई में अलग-अलग तीन स्थानों पर करंट लगने की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई है। तो वहीं कई स्थानों पर भारी ट्रैफिक जाम भी देखा गया तो कहीं-कहीं पर पेड़ भी उखड़ गए। हालात ऐसे हो गए कि लोगों ने पूछना शुरू कर दिया कि क्या यहां बादल फट गया है? क्योंकि जिस तरह बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हुआ, वैसा तब ही होता है, जब कहीं पर बादल फटने की घटना हो जाती है।
एरिया साइक्लोन वार्निंग सेंटर के निदेशक एन पुवियारासन ने कहा कि ‘ऐसी बारिश की भविष्यवाणी करना मुश्किल है। हमने 31 दिसंबर को चेंगलपट्टू के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी क्योंकि वहां पर एक ट्रफ एरिया दिख रहा था, जो कि शुक्रवार को सक्रिय होने वाला था लेकिन अचानक से इस ट्रफ एरिया में परिवर्तन हुआ और वो चेन्नई पर शिफ्ट हो गया जिसके चलते भारी बारिश हुई।’
उन्होंने कहा कि ‘बारिश की गतिविधि 2 जनवरी तक जारी रहने की संभावना है, हालांकि तीव्रता अलग-अलग होगी।’ बता दें कि कल शाम तक, कई स्टेशनों पर 150 मिमी के करीब बारिश दर्ज की गई है । शाम 6 बजे तक, मायलापुर में सबसे अधिक 207 मिमी और रात 8 बजे तक, एमआरसी नगर (चेन्नई) में 198 मिमी, नुंगमबक्कम में 177.2 मिमी, मीनांबक्कम में 131.3 मिमी और अन्ना विश्वविद्यालय में 121 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। आज भी राज्य के कई शहरों में भारी बारिश की आशंका है तो वहीं चेन्नई , कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चिंगलपेट में Red Alert जारी है।
इस बेमौसम बरसात ने कई यात्रियों को मुश्किल में डाल दिया। यहां तक कि मुख्य सड़कों पर जलभराव और यातायात बाधित होने के कारण, दोपहिया सवारों को विशेष रूप से कठिनाई का सामना करना पड़ा और कई लोगों को ऑटो और कैब बुक करने में भी काफी परेशानी हुई।