उत्तर प्रदेश में इस तारीख से फिर शुरू होगा तेज मॉनसूनी बारिश का दौर, मौसम विभाग ने दिया बड़ा अपडेट

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में मॉनसून को लेकर फिलहाल कोई प्रभावी वर्षा होने की संभावना नहीं है। भारतीय मौसम विभाग (IMD), लखनऊ केंद्र से जारी प्रेस नोट के अनुसार, राज्य में मॉनसून की गतिविधि अस्थायी रूप से धीमी हो गई है।

इसका मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के दो क्षेत्रों का प्रभाव माना जा रहा है, जिससे मॉनसून की रेखा अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसक गई है।

छोटे क्षेत्रों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी

हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि राज्य में पूरी तरह से बारिश बंद हो जाएगी। पश्चिमी और उत्तरी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी और छिटपुट वर्षा देखने को मिल सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल अस्थायी गतिविधि है और किसी भी भारी बारिश की संभावना फिलहाल नहीं है।

मॉनसून की वापसी कब होगी?

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 20 अगस्त तक राज्य में कोई प्रभावी वर्षा नहीं होने की संभावना है। इसके बाद ही मॉनसून की गतिविधि फिर से सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है। जब मॉनसून द्रोणी अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसकती है, तो हिमालय के तराई क्षेत्रों और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश कम हो जाती है।

भविष्य में मौसम का अनुमान

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि नए मौसम तंत्रों के बनने और मॉनसून की रेखा के वापस सामान्य स्थिति में आने पर ही प्रभावी बारिश का दौर फिर से शुरू होगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि 20 अगस्त के बाद उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधि बढ़ सकती है, जिससे गर्मी से राहत मिलने के साथ-साथ कृषि क्षेत्रों में भी मदद मिलेगी।

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