क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में लगातार भारी गिरावट, 75 लाख करोड़ रुपए का घाटा

नई दिल्ली, क्रिप्टोकरेंसी में बीते साल 2021 में जबरदस्त निवेश देखने को मिला. कई विशेषज्ञ मान रहे थे कि 2022 में क्रिप्टोकरेंसी में शानदार निवेश होगा लेकिन इधर कई दिनों से क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में लगातार भारी गिरावट देखी जा रही है जिसकी वजह से इसका मार्केट कैप 75 लाख करोड़ रुपए घट चुका है.

पिछले नवंबर में दिखा था उछाल

क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में पिछले साल नवंबर में भारी तेजी देखने को मिली थी.

क्रिप्टो की सबसे लोकप्रिय करेंसी बिटकॉइन की कीमत 67,803 डॉलर पर पहुंच गई थी. पिछले 6 महीने में इसके भाव में दोगुना का इजाफा हुआ था.

इस सेक्टर का कुल मार्केट कैप पहली बार नवंबर में 1 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया था.

अब यह घटकर 9 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है.

कीमत में लगातार गिरावट

बिटकॉइन की कीमत शुक्रवार को 12% से अधिक गिर गई. यह जुलाई के बाद से अपने निम्नतम स्तर 36,000 डॉलर (27 लाख रुपए) से नीचे आ गई.

नवंबर में रिकॉर्ड तेजी के बाद से इसकी कीमत में 45% से अधिक की कमी आई है.

नवंबर के बाद से गिरावट के चलते बिटकॉइन के मार्केट कैप में 600 बिलियन डॉलर से अधिक की कमी आई है. यह अब 738 अरब डॉलर पर आ गई है.बकी करेंसी को भी खासा नुकसान पहुंचा है.

बिटकॉइन में एक सप्ताह में जोरदार गिरावट दिखी है. पिछले सात दिनों में औसतन लगभग 6% की तुलना में बुधवार को लगभग 15% तक यह गिरावट बढ़ गई.

 

अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के द्वारा बाजार को दिए राहत पैकेज वापस लेने के इरादे ने दुनिया भर में इस क्रिप्टोकरेंसी को नुकसान पहुंचाया है.

फेडरल रिजर्व के इरादे ने क्रिप्टोकरेंसी और स्टॉक दोनों को हिलाकर रख दिया है.

कई जानकार मानते हैं कि क्रिप्टो में लगभग उसी तरह से झुकाव और बदलाव हुए हैं जैसे इक्विटी में होते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी की हालत बिगड़ी

शुक्रवार को ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें 10% से अधिक ही गिरीं.

एथरियम 14%, फैंटम 15%, चेनलिंक 13% गिरी हैं.

नवंबर की तुलना में डॉजकाइन में 79%, कार्डानो में 61% शिबा इनू में 72%, यूनिस्वैप में 69%, सोलाना में 52% और एथरियम में 42% की गिरावट आई है.

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