पत्नी की मौत के ग़म से दुखी बुजुर्ग व्यक्ति ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

जहानाबाद, जिंदगी भर का साथ निभाने का वादा करने वाली पत्नी जब बीच में दुनिया छोड़ कर चली गई, तो पति को भी इस दुनिया से कोई आस नहीं रही। उसने भी घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

घटना बुधवार रात की मानी जा रही है। पुलिस को गुरुवार सुबह करीब छह बजे इसकी सूचना मिली। पड़ोसियों ने बताया कि दंपती बीमारी और घरेलू बातों को लेकर परेशान थे।

थाना क्षेत्र के दारागंज सोनराही गली निवासी कंथराम मौर्य (85) पत्नी गंगा देवी (80) के साथ पुराने घर में रहते थे। उनका बेटा भानू सामने दूसरे घर में रहता है। भानू की पत्नी रेनू सुबह जानवरों के लिए भूसा लेने पुराने घर पहुंची तो उसने ससुर को फंदे पर लटका देखा तो चीख पड़ी। वह दौड़कर घर पहुंची और पति भानू को घटना की जानकारी दी।

शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए।
बाहर कमरे में भानू ने पिता को धन्नी में लगे छल्ले से रस्सी के फंदे से लटकता पाया। वृद्ध ने फांसी लकड़ी की रखी सीढ़ी के सहारे लगाई थी। अंदर कमरे में मां गंगा को मृत पाया।

बेटे भानू ने बताया कि मां और पिता की तबीयत काफी दिनों से खराब थी। बीमारी के चलते रात को मां की मौत हो गई। शायद इसी दुख में पिता ने भी फांसी लगाकर जान दे दी।

दोनों वायरल फीवर और अस्थमा की बीमारी से परेशान थे। प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जांच में सामने आया कि महिला की मौत से आहत होकर पति ने आत्महत्या की है।
पंचायत के बाद भी अपने नहीं बने सहारा

जहानाबाद। थाना क्षेत्र के दारागंज सोनराही गली के बुजुर्ग दंपती की एक साथ मौत से इलाकाई लोग आश्चर्यचकित रहे। उनकी जिंदगी के बारे में लोग चर्चा करते दिखे कि उन्होंने एक साथ जीने और मरने की कसम को पूरा किया है।

मृतक कंथराम मौर्या और उनकी पत्नी गंगा के व्यवहार को लोगों ने बेहद सौम्य बताया। उनके तीन बेटों में बड़ा बेटा अमर बहादुर परिवार के साथ गुजरात के अहमदाबाद में रहता है। दूसरे नंबर का बेटा बृजेंद्र परिवार के साथ कानपुर में रहता है।
तीसरा भानू गांव में। करीब एक साल से दंपती बृजेंद्र के साथ कानपुर में थे। करीब 25 दिन पहले वह गांव लौटे थे। बिरादरी के लोगों के बीच उनके गुजर-बसर को लेकर तीनों बेटों के साथ पंचायत हुई थी।
दंपती कैसे और किसके साथ गुजारा करें, कोई हल नहीं निकला था। इससे पहले भी एक-दो बार पंचायत की चर्चा सामने आई। अपनों के बावजूद दंपती इन दिनों अनाथों वालों जीवन व्यतीत कर रहे थे।

वह खुद ही खाना बनाते और खाते थे। इससे कंथराम काफी नाखुश रहते थे। मृतक के नाम चार बीघे खेत हैं। उनकी तीन पुत्रियां शादीशुदा हैं। प्रभारी निरीक्षक शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच की जाएगी। घरेलू विवाद की चर्चा आई है।

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