नई दिल्ली, अभी हालांकि 2024 के चुनावों में समय है लेकिन अभी से खासकर उन यूट्यूब चैनल्स पर भी अब सरकारी शिकंजा कसने लगा है जो सरकार की उन बातों का विरोध करते हैं जिनका विरोध करना चाहिए। ऐसे में सोशल मीडिया पर होने वाली गतिविधियों पर सरकार की कड़ी नजर है और कुछ भी ऐसा नजर आता है जो युवा, छात्र, समाज, समुदाय को प्रभावित करता है तो उस पर कड़ा एक्शन लिया जा रहा है।
इस कड़ी में सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसने समय से पहले लोकसभा चुनावों की घोषणा और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर प्रतिबंध जैसी खबरें फैलाने वाले आठ चैनलों को बंद कर दिया है, उनकी पहचान कर कड़ी कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों ने कहा जिन चैनलों को बंद किया गया है उनमें सच देखो, कैपिटल टीवी, केपीएस न्यूज, सरकारी व्लॉग, अर्न टेक इंडिया, एसपीएन9 न्यूज, एजुकेशनल दोस्त और वर्ल्ड बेस्ट न्यूज हैं। सरकार के अनुसार इन यूट्यूब चैनलों पर पड़े वीडियो की जांच की गई जिसमें उन चैनलों को झूठी खबर फैलाने वाला पाया गया। इन चैनलों की प्रेस सूचना ब्यूरो द्वारा तथ्य-जांच की गई थी।
सरकारी अधिकारियों ने कहा कि वर्ल्ड बेस्ट न्यूज़, एक यूट्यूब चैनल, जिसके 17 लाख से अधिक ग्राहक हैं और 18 करोड़ से अधिक बार देखा गया है जो कि भारतीय सेना को गलत तरीके से प्रस्तुत करता पाया गया। उन्होंने कहा कि चैनल एजुकेशनल दोस्त, 30 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और 23 करोड़ व्यूज से ज्यादा हैं। यह चैनल सरकारी योजनाओं के बारे में गलत जानकारी फैला रहा था, जबकि 40 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और 189 करोड़ व्यूज के साथ एसपीएन9 न्यूज राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री से संबंधित फर्जी खबरें फैला रहा था।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि 45 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स और 9.4 करोड़ से ज्यादा व्यूज वाला चैनल सरकारी व्लॉग सरकारी योजनाओं के बारे में फर्जी खबरें फैलाता पाया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि चैनल ‘केपीएस न्यूज’, जिसके 10 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं और 13 करोड़ से अधिक व्यूज हैं, सरकार से संबंधित योजनाओं, आदेशों और निर्णयों जैसे 20 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर और 15 रुपये प्रति लीटर में पेट्रोल की उपलब्धता के बारे में फर्जी खबरें फैला रहा था।
इसी के साथ कैपिटल टीवी जिसके 35 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और 160 करोड़ से अधिक व्यूज हैं। यह चैनल प्रधानमंत्री, सरकार और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की घोषणा से संबंधित आदेशों के बारे में फर्जी खबरें प्रचारित कर रहा था। तीस लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और दस करोड़ से अधिक व्यूज वाला यूट्यूब चैनल ‘यहां सच देखो’ चुनाव आयोग और भारत के मुख्य न्यायाधीश के बारे में फर्जी खबरें फैला रहा था। 31,000 से अधिक सब्सक्राइबर्स और 3.6 मिलियन व्यूज वाले ‘अर्न इंडिया टेक’ को आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य से संबंधित फर्जी खबरें प्रचारित करते हुए पाया गया। सरकार ने कार्रवाई करते हुए इन सभी चैनलों को बंद कर दिया है। ऐसे में ये माना जा सकता है कि आने वाले समय में सरकार के खिलाफ कुछ भी दिखाने वाले youtube चैनल्स पर भी कार्यवाही हो सकती है।