आगरा, उत्तर प्रदेश के आगरा में एक कचौड़ी दुकान पर क्यूआर कोड के जरिए ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. शातिर ठगों ने डिजिटल भुगतान प्रणाली का दुरुपयोग कर दुकानदार और ग्राहकों को चूना लगा दिया.
ठगों ने बड़ी ही चालाकी से दुकान की दीवार पर लगे असली क्यूआर कोड के ऊपर अपना फर्जी क्यूआर कोड चिपका दिया. इस जालसाजी का खुलासा तब हुआ जब ग्राहकों द्वारा सामान का भुगतान करने के बावजूद दुकानदार के खाते में पैसे नहीं पहुंचे.
मामला थाना ताजगंज क्षेत्र के तांगा स्टैंड का है. ठगों ने असली क्यूआर कोड को ढकने के लिए हूबहू वैसा ही फर्जी क्यूआर कोड तैयार किया, जिससे ग्राहकों को शक न हो. जब ग्राहक सामान खरीदने के बाद स्कैन करके भुगतान करते थे, तो उनके द्वारा भेजा गया पैसा दुकानदार के खाते में जाने के बजाय ठगों के खाते में चला जाता था. दुकानदार को इसका पता तब चला जब उसने अपने खाते की जांच की और पाया कि दिनभर की बिक्री के बावजूद उसके खाते में पैसे नहीं पहुंचे.
ताजगंज क्षेत्र में फर्जी क्यूआर कोड लगाकर ठगी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. तांगा स्टैंड की कचौड़ी दुकान के बाद अब एक डेयरी और पान की दुकान पर भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं. शातिर ठगों ने असली क्यूआर कोड के ऊपर फर्जी क्यूआर कोड चिपका दिया, जिससे ग्राहकों द्वारा किए गए भुगतान दुकानदारों के खाते में जाने के बजाय ठगों के खाते में चले गए. इस घटना के बाद ताजगंज क्षेत्र के अन्य व्यापारियों में भी डर का माहौल है. कई दुकानदारों ने अपने क्यूआर कोड की जांच कराई और पुलिस से सुरक्षा के उपाय बढ़ाने की मांग की है. व्यापारियों का कहना है कि अगर इस तरह की घटनाएं बढ़ती हैं, तो ग्राहकों का डिजिटल भुगतान पर भरोसा टूट सकता है.