नई दिल्ली, केद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति और अर्थशास्त्री परकला प्रभाकर ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, अगर 2024 में दोबारा यही सरकार बनती है तो उसके बाद फिर कभी चुनाव नहीं होगा.
अब ये सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो को कांग्रेस पार्टी की तरफ से शेयर किया गया है.
हालांकि परकाला प्रभाकर पहले भी मौजूदा सरकार पर कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं.
परकला प्रभाकर ने पत्रकार दीपक शर्मा को हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है. जिसमें प्रभाकर ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा,
“ऐसी संभावना है कि अगर यही सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो फिर आप एक और चुनाव की उम्मीद मत कीजिए. इसके बाद चुनाव होगा ही नहीं. देश का संविधान और नक्शा पूरी तरह से बदल जाएगा. इसको पहचान भी नहीं सकते. आप लाल किले से नफरत की बातें सुनेंगे. जो बहुत ही खतरनाक है. जो आज मणिपुर में हो रहा है वह कहीं भी हो सकता है. किसानों और लद्दाख जैसा हाल पूरे देश में होने वाला है.”
2024 में अगर फिर से मोदी प्रधानमंत्री बने तो देश में फिर कभी भी चुनाव नहीं होंगे।
देश का संविधान बदल जाएगा।
मोदी खुद लाल किले से हेट स्पीच देंगे और लद्दाख-मणिपुर जैसी स्थिति पूरे देश में बन जाएगी।
– परकला प्रभाकर जी
परकला जी जाने-माने अर्थशास्त्री हैं और वित्त मंत्री… pic.twitter.com/Z1wsFiCgUe
— Congress (@INCIndia) April 7, 2024
इससे पहले प्रभाकर नोटबंदी, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कई बार सरकार को घेर चुके हैं. इसके अलावा परकला प्रभाकर ने हाल ही में इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर कहा था यह सिर्फ देश का सबसे बड़ा घोटाला नहीं बल्कि दुनिया का सबसे स्कैम है. इसके अलावा परकला प्रभाकर ने साल 2019 में द हिंदू अखबार में प्रकाशित एक लेख में सरकार को आर्थिक मोर्च पर भी सलाह दे चुके हैं. उन्होंने कहा था अर्थव्यवस्था को मुश्किल हालात से बाहर निकालने के लिए भाजपा को पीवी नरसिम्हा राव-मनमोहन सिंह की आर्थिक नीति को अपनाना चाहिए.
वित्त मंत्री के पति परकला प्रभाकर जाने-माने अर्थशास्त्री हैं. वह साल 2014 से 2018 तक आंध्र प्रदेश सरकार कैबिनेट रैंक की सेवाएं दे चुके हैं. और कम्युनिकेशंस एडवाइजर भी रहे हैं. उन्होंने JNU से MA और एम.फिल. किया. प्रभाकर ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से साल 1991 में PhD की. 2008 में प्रजा राज्यम पार्टी के प्रवक्ता के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने ‘द क्रुक्ड टिम्बर ऑफ न्यू इंडिया’ नाम की किताब भी लिखी है.