झांसी, उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहाँ एक व्यक्ति ने दूसरी पत्नी को खुश करने के लिए अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। पुलिस ने खुलासा करते हुए यह जानकारी दी। बेटी की हत्या में पिता और उसकी दूसरी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोनों को जेल भेजा गया है। वरिष्ठ पलिस अधीक्षक शिवहरि मीना ने रविवार को बताया कि पूछताछ में बीड़ी कारोबारी अमित शुक्ला ने बताया कि खुशी उसकी पहली पत्नी नीलू की बेटी थी। नीलू का साल 2012 में निधन हो गया था।
मां की मौत के बाद बेटी अपने मामा के यहां रहने लगी थी। फिर साल 2018 में उसने दूसरी शादी जिला जालौन के कालपी निवासी विधवा महिला आकांक्षा से की थी। इसके बाद गुरसरांय में किराए से मकान लिया और बेटी खुशी, आकांक्षा के साथ रहने लगा। कुछ समय बाद खुशी को लेकर पत्नी आकांक्षा से झगड़ा होने लगा। बात इतनी बढ़ी कि उसे पत्नी और बेटी में से किसी एक को चुनना था। इससे पहले पत्नी आकांक्षा मायके चली गई तभी 25 अगस्त को उसने बेटी खुशी को जमीन पर पटका। इसके बाद उसका मुंह दबा दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
खुशी की हत्या के लिए पिता अमित शुक्ला ने ऐसी प्लानिंग बनाई कि पुलिस को लगे कि किसी और ने हत्या की है। वह आखिर तक हत्याकांड से अंजान बना रहा और कई सबूत पेश कर कहां-कहां गया था? बताता रहा, लेकिन पुलिस की शक की सुई परिवार के अंदर ही घूमती रही। एसएसपी ने बताया कि सबूत मिटाने के भी प्रयास किए गए। अमित मऊरानीपुर भी गया। वहां से वापस आकर उसने देर रात को पुलिस को सूचना दी और पूछताछ में यही बताता रहा कि उसे कुछ पता नहीं है। कड़ाई करने पर उसने अपना जुर्म कुबूल लिया।
मऊरानीपुर के मोहल्ला अल्याई व हाल निवासी गुरसरांय के कटरा पीएनबी बैंक के सामने रहने वाले अमित शुक्ला बीड़ी कारोबारी है। वह मऊरानीपुर इंकमटैक्स के काम से गया था। बुधवार को घर पर बेटी खुशी अकेली थी। देर शाम जब वह लौटे तो मकान के दरवाजे खुले थे। अंदर जाकर देखा तो खुशी का शव अर्धनग्न अवस्था में पड़ा था। पुलिस ने अमित तहरीर पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की थी।