लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 35 सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव अब नौ अप्रैल को होगा. पहले इन सीटों के लिए दो अलग-अलग तारीखों पर चुनाव का कार्यक्रम था. तकनीकी रूप से अब भी चुनाव दो चरणों में होंगे जैसा कि घोषणा की गई थी।
लेकिन अब मतदान एक ही दिन होगा. चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि विधान परिषद के चुनाव कार्यक्रम में राजनीतिक दलों की मांग के बाद बदलाव किया गया है. उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 फरवरी से सात मार्च तक सात चरणों में चुनाव होंगे तथा मतों की गणना 10 मार्च को होगी. 28 जनवरी को चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव 3 और 7 मार्च को दो चरणों में कराए जाएंगे. मतगणना 12 मार्च को होगी. विधान परिषद के 35 सदस्यों का कार्यकाल सात मार्च को खत्म हो रहा है।
मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय शासन निर्वाचन क्षेत्रों में दो सीटें हैं, जिनके लिए अलग से चुनाव कराये जायेंगे. पहले चरण में 29 निर्वाचन क्षेत्रों में तथा दूसरे चरण में छह निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. चुनाव अधिसूचना जारी होने के साथ ही पहले चरण के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी लेकिन चुनाव आयोग ने उस पर रोक लगाने का फैसला किया है. अब यह प्रक्रिया 15 मार्च को चालू होगी. उसी दिन दूसरे चरण के लिए भी अधिसूचना जारी करने के साथ प्रक्रिया शुरू होगी. अब दोनों ही चरणों के लिए नौ अप्रैल को मतदान होगा और मतगणना 12 अप्रैल को होगी।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा. पश्चिम उत्तर प्रदेश में शुरुआती चरण में मतदान होगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर यह बढ़ेगा. 10 फरवरी को 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान होगा. दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को 55 सीटों पर. तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण का मतदान 60 सीटों पर, पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को 60 सीटों पर, छठे चरण का मतदान 57 सीटों पर तीन मार्च को और सातवें चरण का मतदान 54 सीटों पर 7 मार्च को होगा।