जौनपुर, उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में शुक्रवार को सीने पर ‘ साहब मैं जिन्दा हूं ‘ लिखा हुआ तख्ती लगाये दो बुजुर्ग महिलाएं जिलाधिकारी दफ्तर पहुंची तो हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने तत्काल महिलाओं को बुलाकर उनका दर्द सुना।
महिलाओं ने बताया कि उन्हें वृद्धावस्था पेंशन मिल रही थीं, लेकिन बीते दो वर्षो से विभाग ने उन्हें मृत दिखाकर पेंशन बंद कर दिया है। उन लोगों ने कई बार समाज कल्याण विभाग जाकर लिखित रूप से बतायी मैं जिन्दा हूं फिर कैसे उन्हें मुर्दा दिखाकर पेंशन बंद कर दिया गया। विभाग के अधिकारी कर्मचारी मेरी बात सुनने को तैयार नहीं है। डीएम ने तत्काल पेंशन बहाल करने तथा इस मामले में जांच का आदेश दिया।
जिले में केराकत तहसील के बीबनमऊ गांव के निवासी शांति और केवला देवी सीने पर पर “साहब मैं जिन्दा हूं” लिखा हुआ तख्ती लगाकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गयी। उस समय डीएम जनसुनवाई कर रहे थे। यह देखकर वे भी चौक गये। महिलाओं ने जिलाधिकारी से बताया कि उन लोगों को बृध्दा पेंशन का लाभ मिल रहा था लेकिन जांच अधिकारी ने उन्हे मुर्दा घोषित करके पेंशन बंद कर दिया। उन लोगों को दो वर्ष से पेंशन नही मिल रही है। हम लोगो ने कई बार सम्बधित अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया इसके बाद आज तक हम लोगों को पेंशन का लाभ नही मिल पा रहा है। डीएम ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल समाज कल्याण अधिकारी को फटकार लगाते हुए दोनो महिलाओं को पेंशन का लाभ दिलाने और जांच का आदेश दिया है।