नई दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय ने FEMA एक्ट के तहत शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5551.27 करोड़ रुपये जब्त किए हैं. कंपनी पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम ( Foreign Exchange Management Act ) के उल्लंघन का आरोप लगा है।
ईडी द्वारा संपत्ति जब्त किए जाने के बाद शाओमी ने अपना एक बयान जारी किया है. कंपनी ने बयान में कहा कि भारत में अपना प्रोडक्ट बेचने वाले एक ब्रांड होने के नाते हम अपने सभी ऑपरेशन भारतीय कानूनों के मुताबिक चलाते हैं.
शाओमी ने बयान में कहा, ‘हमारी कंपनी ने सरकारी अधिकारियों के आदेश को ठीक से पढ़ा है. हमारे रॉयल्टी पेमेंट और बैंक को दिए गए डिटेल्स सभी वैध और सही हैं. शाओमी इंडिया (Xiaomi India) ने जो ये रॉयल्टी पेमेंट्स किए हैं, वो इन-लाइसेंस टेक्नोलॉजी और हमारे इडियन वर्जन के प्रोडक्ट में इस्तेमाल किए जाने वाले IP के लिए थे. शाओमी के लिए इस तरह के रॉयल्टी पेमेंट्स करना एक वैलिड कमर्शियल अरेंजमेंट है. हालांकि, हम किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं.’
ईडी द्वारा जब्त की गई यह रकम कंपनी के बैंक अकाउंट से कुर्क की गई है. ईडी ने इस साल फरवरी तब जांच शुरू की थी, जब कंपनी द्वारा किए गए अवैध लेनदेन की बात उजागर हुई थी. ED ने कंपनी पर विदेशों में पैसा भेजने के दौरान बैंकों को “गलत जानकारी” प्रदान करने का आरोप लगाया है. ईडी ने एक बयान में कहा, ‘शाओमी इंडिया चीन स्थित Xiaomi ग्रुप की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है. कंपनी के बैंक अकाउंट्स में पड़ी 5551.27 करोड़ रुपये की रकम को प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त कर लिया है. कंपनी के ऑपरेशन की जांच कुछ महीने पहले शुरू की गई थी और ग्रुप के ग्लोबल वाइस प्रसिंडेट मनु कुमार जैन से इस महीने की शुरुआत में एजेंसी ने इस संबंध में पूछताछ की थी.