उन्नाव, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर औरास थानाक्षेत्र में मवेशी के सामने आ जाने से एक कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। जिसमें एक की मौत हो गई। जबकि पांच लोग घायल हो गए। जिनमें से तीन लोगों को गंभीर देख डाक्टर ने रेफर कर दिया।
बता दें कि सुल्तानपुर जिला के थाना लंबुआ के सूर्यभान पट्टी गांव निवासी सुनील कुमार वर्तमान में चंडीगढ़ के थाना पीजीआई जनता कालोनी नयागंज में रहकर प्राइवेट नौकरी करता है। उनके पिता श्यामलाल गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। जिससे वह कुछ दिन पहले उनको इलाज के लिए चंडीगढ के पीजीआई ले गया था। जहां कैंसर की पुष्टि होने व स्थिति गंभीर होने पर डाक्टर ने भर्ती न कर उसे घर ले जाने के लिए कहा था। जहां से वह अपने रिस्तेदार अंबाला के प्लाट नंबर-8 भरत नगर निवासी फूफा बलवीर के प्रतापगढ़ जिला के थाना अल्टा के सरायं भानी गांव निवासी मित्र प्रेम वर्मा के चालक राम सिंह के साथ कार से पिता श्यामलाल व मां शमली को लेकर घर लेकर लौट रहे थे। तभी मंगलवार सुबह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में किमी संख्या-286 के पिलखना गांव के पास अचानक सामने बेसहारा मवेशी आने से कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और दूसरी पट्टी में जाकर पलट गई।
जिसमें सवार सुनील, पिता श्यामलाल, मां शिमली, अंबाला निवासी सुनील के फूफा बलवीर, उनके मित्र प्रेम वर्मा और चालक राम सिंह घायल हो गए। जिन्हे एंबुलेंस से पीएचसी औरास ले जाया गया। जहां डाक्टर ने श्यामलाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं प्रेम वर्मा, बलवीर व चालक राम सिंह को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जबकि, मामूली घायल सुनील कुमार व शमली का पीएचसी औरास में भर्ती कर लिया गया। एसओ संजीव कुमार ने बताया कि घटना कोतवाली हसनगंज क्षेत्र की है। फिर भी इसमें मृत श्यामलाल का शव पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।