कच्छ, कच्छ के नेर गांव में एक दलित परिवार को नवनिर्मित मंदिर में प्रवेश देने को लेकर कुछ समुदाय ने विरोध कर दिया। फिर भी जब परिवार मंदिर में दर्शन करने पहुंचा तब विवाद ज्यादा बढ़ गया। उसके बाद गांव में दूसरे जाति के लोगों बैठक में दलित परिवारों का अलग-अलग तरीकों से बहिष्कार किया गया। परेशान किया गया।
बाद में बड़ी जाति के लोगों ने दलित परिवार के खेतों में गायों को खुला छोड़कर फसलों को बरबाद करने की कोशिश की। जब दलित परिवार अपने खेत में पहुंचे तो अचानक 20 लोगों की भीड़ झाड़ियों के पीछे से आई और दो हमला कर दिया। दलित परिवार जगा भाई वाघेला ने पुलिस को बताया कि हमलावरों ने उन्हें लकड़ी के डंडे, पाइप से पीटा और कुल्हाड़ी जैसे हथियारों से वार किया। दूसरी बार मंदिर में न आने की धमकी दी।
मंदिर में दलित परिवार के प्रवेश को लेकर विवाद के चलते पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और 6 घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया। अबतक 20 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और पुलिस ने मामले में 5 लोगो को हिरासत में ले लिया है। बाकी 15 आरोपियों की तलाश जारी है।
अब इस पूरे मामले में राजीनीति जोरों से चल रही है। विपक्ष समेत दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने इस मामले में विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। गुजरात में दलित समुदाय की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए हैं।