नई दिल्ली, सीपीएम नेता और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है। सूत्रों से पता चला है कि सोमवार शाम को तेज बुखार के बाद उन्हें पहले आपातकालीन विभाग में ले जाया गया था।
उनकी हालत का आकलन करने के बाद एम्स के डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया है।समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीताराम येचुरी को दिल्ली के एम्स में पहले इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया और फिर आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। विवरण की प्रतीक्षा है।
बहरहाल, दिल्ली एम्स ने 72 वर्षीय नेता की वर्तमान स्थिति के बारे में कोई विवरण जारी नहीं किया है। हालांकि, सीपीआई (एम) के एक सूत्र ने बताया कि येचुरी को निमोनिया के कारण भर्ती कराया गया था। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
ज्ञात हो कि हाल ही में येचुरी की मोतियाबिंद की सर्जरी भी हुई है। अपनी स्वास्थ्य चुनौतियों के बावजूद, वे भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बने हुए हैं। गठबंधन बनाने के प्रयासों के लिए जाने जाने वाले येचुरी ने यूपीए के भीतर विभिन्न दलों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सीताराम येचुरी न केवल महासचिव हैं, बल्कि सीपीआई (एम) के पोलित ब्यूरो के सदस्य भी हैं।
पूर्व महासचिव हरकिशन सिंह सुरजीत द्वारा शुरू की गई गठबंधन निर्माण विरासत को जारी रखने में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है।1996 में येचुरी ने पी चिदंबरम के साथ मिलकर संयुक्त मोर्चा सरकार के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार किया था। 2004 में यूपीए के गठन के दौरान भी उनके प्रयासों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।