लखनऊ, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मिलने के बाद से ही पूरे देश में कोरोना के तीसरी लहर का खतरा कायम है. उत्तर प्रदेश में भी कोरोना ने चिंता बढ़ा दी है।
हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक यूपी में ओमिक्रॉन के मामले नहीं मिले हैं. यूपी में कोरोना वायरस के दूसरी लहर के दौरान कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने जमकर तबाही मचाई थी. अब फिर से ओमिक्रॉन के खतरे के बीच डेल्टा वैरिएंट के मामले उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में बढ़ने लगे हैं. पिछले 10 से 12 दिनों में लखनऊ में 22 लोगो कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. इन सभी पॉजिटिव लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई है. राहत भरी बात यह है कि अभी तक किसी की भी रिपोर्ट ओमिक्रॉन पॉजिटिव नहीं निकली है और सभी डेल्टा वैरिएंट पॉजिटिव हैं।
कोरोना के दूसरी लहर के दौरान साल 2020 में लखनऊ में दो लाख 38 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण के चपेट में आए थे. वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2651 लोगों की जान कोरोना के कारण चली गई थी. अब कोरोना के तीसरी लहर के खतरे के बीच राजधानी लखनऊ में बढ़ रहे मामले चिंता का विषय बने हुए हैं।
कोरोना के तीसरी लहर के खतरे के बीच कल लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालांकि उनमें कोरोना को कोई लक्षण नहीं है. हालांकि पुलिस आयुक्त ने बताया कि वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनके भीतर कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं है. पुलिस कमिश्नर की दोबोरा भी जांच की गई जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव निकली. रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी ने राहत की सांस ली है. दरअसल, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बलरामपुर रैली में भी शामिल होना हैं।