दूध भारतीय घरों में सबसे ज्यादा खपत होने वाला डेयरी उत्पाद में से एक है। एक गिलास दूध हर बच्चे के दिनभर के रुटीन का हिस्सा होता है। इसमें प्रोटीन, मैगनिशियम, कैल्शियम, जिंक, विटामिन डी और पोटैशियम से भरपूर दूध पोषक तत्वों का भंडार है।
जहां कई लोग इसे गर्मागर्म पीना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग ठंडा दूध पीना पसंद करते हैं। ठंडा दूध हो या गर्म दूध, इन दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। यहां गर्म और ठंडे दूध के कुछ स्वास्थ्य लाभ दिए गए हैं और आपको इनका सेवन कब करना चाहिए।
गर्म दूध पीने के अनेक फायदे हैं
सोने से पहले गर्म दूध का सेवन करने का एक बड़ा फायदा है अच्छी नींद। दूध में अमीनो एसिड होता है जो अच्छी नींद लाने में मदद करता है। दूध गर्म होने पर ये एसिड सक्रिय हो जाते हैं।
सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए गर्म दूध और शहद पीना एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। कहा जाता है कि पेय में एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव होता है, जो आपको ऐसी बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करता है।
जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान मुश्किल होती है, उनके लिए गर्म दूध और हल्दी इसका जवाब है। दूध में पोटेशियम की मौजूदगी ऐंठन को शांत करने में मदद करती है, जबकि गर्म दूध में हल्दी मिलाने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
जानिए ठंडा दूध पीने के फायदे
ठंडा दूध इलेक्ट्रोलाइट्स से भरा होता है जो आपके शरीर को डिहाइड्रेशन से लड़ने में मदद कर सकता है। यह आपके शरीर को हाइड्रेट रखेगा और त्वचा को चमकदार बनाए रखेगा। ठंडा दूध पीने का सबसे अच्छा समय सुबह का है।
मानो या न मानो, ठंडा दूध वास्तव में वजन कम करने में मदद करता है। ठंडे दूध में कैल्शियम की उपस्थिति आपके शरीर के चयापचय में सुधार करती है, और इस प्रकार अधिक कैलोरी बर्न करती है। एक गिलास दूध पीने से आपका पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है और साथ ही आपको अनावश्यक स्नैकिंग से बचने में भी मदद मिलती है।
अगर आप अक्सर पेट के अल्सर और एसिडिटी से पीड़ित रहते हैं, तो ठंडा दूध एक जादुई उपाय की तरह काम करता है। यदि आप पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आप एक गिलास ठंडे दूध में एक बड़ा चम्मच ईसबगोल मिला सकते हैं, क्योंकि यह एसिड रिफ्लक्स के उपाय के रूप में कार्य करता है।
इस बात का ध्यान रखें कि आप सर्दियों में ठंडा दूध पीने से बचें, क्योंकि इससे सर्दी-खांसी हो सकती है