मणिपुर से शुरू हुई कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’, 15 राज्यों के 100 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरेंगे राहुल गांधी

नई दिल्ली। Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज (14 जनवरी) को भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत कर दी है। इस यात्रा को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर के थौबल में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया राहुल गांधी के नेतृत्व में थौंबल से यात्रा को शुरू किया गया।

लोकसभा चुनाव 2024 चंद महीनों में होने हैं। इससे पहले राहुल गांधी की कोशिश पैदल यात्रा से अपनी पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने की है। कांग्रेस ने कहा है कि यात्रा नरेंद्र मोदी सरकार के 10 साल के “अन्याय काल” के खिलाफ निकाली जा रही है।

67 से अधिक दिनों में राहुल गांधी करेंगे 6,700 किलोमीटर यात्रा

राहुल गांधी 67 से अधिक दिनों में 6,700 किलोमीटर यात्रा करेंगे। वह 110 जिलों से गुजरेंगे। मणिपुर से शुरू हो रही यह यात्रा 20 मार्च को महाराष्ट्र में संपन्न होगी। राहुल उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक समय बिताएंगे। वह 11 दिनों में 20 जिलों में 1,074 किमी की दूरी तय करेंगे। इसके बाद झारखंड में आठ दिन, असम में 8 दिन और मध्य प्रदेश में 7 दिन बिताएंगे।

राहुल गांधी बिहार के 7 जिलों में 425 किलोमीटर और झारखंड के 13 जिलों में 804 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यात्रा के दौरान 6,713 किमी की दूरी बसों और पैदल तय की जाएगी। यह करीब 100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी।

इंफाल की जगह थौबल से शुरू होगी यात्रा

कांग्रेस पहले अपनी यात्रा मणिपुर की राजधानी इंफाल से शुरू करना चाहती थी। मणिपुर में हिंसा को देखते हुए भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने कांग्रेस से प्रतिभागियों की संख्या सीमित करने के लिए कहा था। उसे इंफाल के पैलेस ग्राउंड से यात्रा शुरू करने की सशर्त मंजूरी दी गई थी। शर्तों के चलते कांग्रेस ने अपनी यात्रा इंफाल की जगह थौबल जिले से शुरू करने का फैसला किया है।

गौरतलब है कि कांग्रेस की यह यात्रा तब हो रही है जब मणिपुर में मई 2023 से जातीय हिंसा जारी है। कुकी और मैतेई समुदायों के बीच संघर्ष के कारण 180 से अधिक लोग मारे गए हैं। यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी थौबल में खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इस स्मारक को 1891 में आखिरी एंग्लो-मणिपुर युद्ध में मारे गए लोगों की याद में बनाया गया था।

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