लखनऊ, लगातार बढ़ रही पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों के अलावा खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों के खिलाफ शहर में कई जगहों पर कांग्रेस ने तांगा-रिक्शा मार्च निकाला। शहर के कई इलाकों में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया लेकिन पुलिस की तगड़ी घेराबंदी के चलते प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ सके। पुलिस ने परिवर्तन चौक और बालागंज चौराहे से कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर कांग्रेस पहले से ही लगातार विरोध जताते हुए प्रदर्शन करती आ रही है। सोमवार को प्रदेश नेतृत्व के आहवान पर कई जगह रिक्शा-तांगा मार्च प्रस्तावित था। शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से बालागंज चौराहे से चौक चौराहे के बीच तांगा और रिक्शा चलाकर प्रदर्शन करने की घोषणा की थी।
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए पुराने शहर में आने-जाने वाले रास्तों पर पुलिस का सुबह से कड़ा पहरा था। बालागंज चौराहे पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए। पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगे बढऩे से रोक दिया। ग्यारह बजे के करीब कांग्रेस के दोनो शहर अध्यक्षों के साथ तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता बालागंज चौराहे से तांगा और रिक्शा लेकर आगे बढ़े। पुलिस ने बालागंज चौराहे पर ही बैरीकेडिंग लगा रखी थी। पुलिस ने ज्ञापन देकर नेताओं को लौट जाने को कहा मगर प्रदर्शनकारी चौक चौराहे तक जाने की जिद पर अड़े थे जिस पर उनको हिरासत में ले लिया गया। वही परिवर्तन चौक पर पूर्व महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान सहित तमाम कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मुकेश सिंह का कहना है कि पुलिस तानाशाही पर उतारू है। लोग सरकार की गलत नीतियों का विरोध तक नही कर सकते। वहीं मौजूदा अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव का कहना है कि काग्रेस कार्यकर्ता शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन पुलिस जबरन रोक रही है। प्रशासन के इशारे पर कांग्रेस नेताओं को घरों पर ही रोकने की कोशिश की गयी। रास्तों पर पुलिस लगा दी गयी है ताकि प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कार्यकर्ता पहुंच नहीं सके। कांग्रेस पार्टी सरकार से डरने वाली नहीं है। जब तक सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी नहीं करती तब तक कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध करते रहेंगे।