मुंबई, बॉलीवुड के सुपरस्टार एक्टर सलमान खान, अजय देवगन और अक्षय कुमार समेत टॉलीवुड की हस्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन कलाकारों के खिलाफ ये कार्रवाई दो साल पहले हैदराबाद में हुए ‘दिशा रेप केस’ को लेकर की गई।
दिल्ली के वकील ने याचिका दायर कर बॉलीवुड और टॉलीवुड की 38 हस्तियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। वकील का आरोप है कि इन हस्तियों ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर रेप पीड़िता के नाम को सार्वजनिक किया है जिससे उसके परिवार की पहचान उजागर हुई है।
हैदराबाद में पूरे देश को झकझोर देने वाले ‘दिशा रेप केस’ को दो साल हो चुके हैं। शर्मसार कर देने वाली यह घटना हैदराबाद के बाहरी इलाके में हुई जहा, एक 26 वर्षीय पशु चिकित्सक के साथ चार लोगों ने पहले गैंगरेप किया फिर पीड़िता को जिंदा जलाकर मार दिया। इस मामले को लेकर पूरे देश में बवाल मचा था, इस बीच गिरफ्तार के बाद क्राइम सीन से फरार होने के दौरान पुलिस ने आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अब दो साल बाद इस मामले में कई फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कालाकारों को कानूनी दांवपेंच का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के एक वकील ने एक याचिका दायर कर बॉलीवुड और टॉलीवुड की 38 हस्तियों को गिरफ्तार करने की मांग की है, जिनमें रवि तेजा, रकुल प्रीत, सलमान खान और अक्षय कुमार जैसे लोकप्रिय नाम शामिल हैं। इस लिस्ट में अनुपम खेर, फरहान अख्तर, अजय देवगन, अक्षय कुमार, सलमान खान का भी नाम शामिल है।
याचिका दायर होने के बाद इस मामले में कई टॉलीवुड कलाकारों महाराजा रवि तेजा, रकुल प्रीत सिंह, अल्लू सिरीश, चार्ममे कौर और असली नाम का जिक्र करने वाले अन्य सेलेब्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इन सभी ने हैदराबाद की घटना को लेकर ट्वीट किया था। कलाकारों के खिलाफ दिल्ली के निवासी वकील गौरव गुलाटी ने सब्जी मंडी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 228 ए के तहत शिकायत दर्ज की है और तीस हजारी कोर्ट में एक याचिका भी दायर की है।
वकील गौरव गुलाटी ने आरोप लगाया गया है कि ये जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मशहूर हस्तियों ने नियमों को तोड़ा है इन्हें उसकी सजा दी जानी चाहिए। याचिका में आगे कहा गया है कि देश का कानून सभी के लिए समान है ऐसे में किसी को भी स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिलना चाहिए, चाहे वह सेलिब्रिटी ही क्यों ना हो। सेलेब्स की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए गौरव गुलाटी ने ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पीड़िता की गोपनीयता बनाए रखते हुए कोई सामाजिक जिम्मेदारी नहीं दिखाई है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार किसी भी रेप पीड़िता या उसके परिवार की पहचान उजागर करना कानूनन जुर्म है। यहां तक की अखबारों और न्यूज़ चैनलों में भी दुष्कर्म पीड़िता की तस्वीरें नहीं दिखाई जा सकती। हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी ऐसे ही मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल ने नौ वर्षीय रेप पीड़िता की पहचान उजागर करने का आरोप लगाते हुए जयपुर सेशन कोर्ट में राहुल गांधी और ट्विटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।