नई दिल्ली, बुधवार को सात भारतीय राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे। ये चुनाव मौजूदा सदस्यों की मृत्यु या इस्तीफे से रिक्तियों के कारण आवश्यक हैं। मतगणना 13 जुलाई को होनी है।
पश्चिम बंगाल में बड़ा दांव
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दोनों ही दबाव में हैं। टीएमसी का लक्ष्य लोकसभा चुनावों में अपनी हालिया सफलता को आगे बढ़ाना है।
इस बीच, बीजेपी संसदीय चुनावों के दौरान चार निर्वाचन क्षेत्रों में अपने मजबूत प्रदर्शन का लाभ उठाने की उम्मीद कर रही है।
हिमाचल प्रदेश का राजनीतिक परिदृश्य
हिमाचल प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने हाल ही में उनके दल में शामिल हुए पूर्व निर्दलीय विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। देहरा में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू की पत्नी कमलेश ठाकुर को मैदान में उतारा है।
पंजाब के लिए निर्णायक क्षण
पंजाब में जालंधर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र मुख्यमंत्री भगवंत मान के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद, मान इस बार जीत हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। इन उपचुनावों के नतीजे इन राज्यों की राजनीतिक गतिशीलता को काफी हद तक प्रभावित कर सकते हैं। सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों ही दल भविष्य के चुनावों से पहले अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए जीत हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।