बृजेश पाठक भी चले केशव प्रसाद मौर्य की राह, आखिर चल क्या रहा है उत्तर प्रदेश की सियासत में ?

नई दिल्ली, लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई में कथित तौर पर अंदरूनी कलह मची हुई है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. इन सबके बीच उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लेकर भी बड़ी खबर आई है. दावा किया गया है कि ब्रजेश पाठक भी अब केशव मौर्य की राह चलने जा रहे हैं.

सीएम योगी द्वारा गुरुवार को एक समीक्षा बैठक बुलाई गई थी, इस बैठक में केशव प्रसाद मौर्य ने हिस्सा नहीं लिया था. वहीं केशव मौर्य की तरह ही आज की बैठक में ब्रजेश पाठक के भी शामिल नहीं होने का दावा किया जा रहा है. कल प्रयागराज मंडल की समीक्षा बैठक थी, आज लखनऊ की है. सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे कहानी 25-25-25 जिलों के बंटवारे वाली है.

केशव की राह चले ब्रजेश पाठक!
दरअसल केंद्रीय नेतृत्व की सहमति से तीनों ही नेताओं सीएम योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के बीच जिम्मेदारी और निगरानी के लिहाज से 25-25-25 जिलों का बंटवारा किया गया था. सीएम योगी अब तक कुल 11 मंडलों की समीक्षा बैठक कर चुके हैं. मगर इन बैठकों में दोनों ही डिप्टी सीएम को नहीं बुलाया गया. जबकि उन बैठकों में इन जिलों की विधानसभा भी शामिल थी जिनके प्रभार इन दोनों डिप्टी सीएम के पास हैं.

अब उन्हें उनके मंडल के अन्य विधायकों के साथ बैठक में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है. दोनों ही डिप्टी सीएम को यह उचित नहीं लगा. यही वजह है कि दोनों ही डिप्टी सीएम सीएम योगी की इन बैठकों में शामिल नहीं हो रहे.

चुनाव के बाद से ही बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई खेमों में बंटी हुई नजर आ रही है. एक तरफ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य लगातार विधायकों और नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं तो वही दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ के दफ्तर में भी लगातार विधायकों और तमाम नेताओं के साथ मुलाकात का सिलसिला जारी है. ऐसे यूपी की सियासत पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं.

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