बहराइच, उत्तर प्रदेश की बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. 13 अक्टूबर को महाराजगंज में मूर्ति विसर्जन में तेज डीजे बजाने के दौरान विवाद हुआ और उसके बाद राम गोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई. राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद अगले दिन शहर में दिनभर हिंसा होती रही.
वहीं इस हिंसा के मामले बहराइच की हरदी थाना पुलिस ने दो आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बता दें कि जिन दो युवकों की गिरफ्तारी हुई है उनका की वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल था. इन युवकों ने वीडियो में ऐसे दावे किए थे जिससे स्थानीय पुलिस पर ही कई तरह के सवाल खड़े हो गए थे.
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा पर दैनिक भास्कर इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट की थी. 22 अक्टूबर को प्रसारित इस रिपोर्ट में दो आरोपियों ने कैमरे पर स्वीकार किया कि वह हिंसा में शामिल थे. इस खुलासे के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी गई है. बुधवार को उन दोनों उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. एक का नाम प्रेम कुमार मिश्रा और दूसरा सबूरी मिश्रा है.इस बात की जानकारी बहराइच पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर दी. दोनों ही आरोपियों ने बहराइच हिंसा में लूटपाट, आगजनी, पथराव की बात पुलिस के सामने स्वीकार की थी.
वहीं इस इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट में युवक प्रेम मिश्रा ने दावा किया था कि कुछ लोगों ने गद्दारी कर दी, नहीं तो पूरा महराजगंज खत्म हो जाता. पुलिस वालों ने टाइम दिया था 2 घंटे. इस पर पहले युवक ने कहा कि तभी तो सारे पुलिस वाले हट भी गए थे. दोनों युवक जिस उपद्रव की बात बता रहे हैं, वो 14 अक्टूबर को हुआ था. उस दिन रामगोपाल मिश्रा की शव यात्रा निकाली गई था. आसपास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए थे. इसी दिन बहराइच में हिंसा भड़की थी, जिसमें कई लोगों के दुकान और मकान को दंगाइयों ने आग लगा दी थी.
वहीं युवकों का ये वीडियो सामने आने के बाद काफी बवाल मचा था. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इसे लेकर शासन और प्रशासन पर कई तरह के सवाल उठाए थे. फिलहाल दोनों युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि बहराइच हिंसा मामले में अब तक पुलिस ने 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.