नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी के मुख्य एजेंडे में शामिल समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी को लेकर अब सत्ताधारी दल अलग-थलग पड़ती दिखाई दे रही है। (UCC Kab Lagu hoga) अब तक जहां कांग्रेस, आम आदमी पार्टी जैसे विपक्षी दल इस विवादित कानून के विरोध में थे तो वही अब भाजपा के ही सहयोगी दलों का दावा है कि यह कानून देश और देश की एकता के खिलाफ है।
दरअसल दक्षिण राज्य तमिलनाडु में भाजपा गठभंधन का सहयोगी दल पीएमके समान नागरिक संहिता के खिलाफत में उतर आया है। पीएमके का दावा हैं कि यह क़ानून राष्ट्र और देश की एकता के खिलाफ हैं। पीएमके अध्यक्ष डॉ। अंबुमणि रामदास ने 22वें कानून आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर बताया है कि उनकी पार्टी यूसीसी का विरोध क्यों कर रही है।
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) प्रमुख के। पलानीस्वामी ने बीते दिनों समान नागरिक संहिता पर अपनी राय देते हुए कहा था कि 2019 के आम चुनाव के लिए जारी हमारी पार्टी के मेनिफेस्टो में रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था। (UCC Kab Lagu hoga) तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने पार्टी के जिला सचिवों की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा था,’हमारा घोषणापत्र पढ़ें, हमने इसका स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है।’ घोषणापत्र में ‘धर्मनिरपेक्षता’ विषय के तहत, पार्टी ने 2019 में कहा था,’अन्नाद्रमुक भारत सरकार से समान नागरिक संहिता के लिए संविधान में कोई संशोधन नहीं करने का आग्रह करेगी क्योंकि यह भारत में अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।’