लखनऊ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का कहना है कि पार्टी अब विधानसभा चुनाव के मोड में आ गई है। पार्टी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सामूहिक रूप से लड़ेगी। चुनाव में विकास व राष्ट्रवाद अहम मुद्दे होंगे। सपा, बसपा, कांग्रेस सहित विपक्षी दल एकजुट होकर भी भाजपा को नहीं हरा सकते है। प्रधानमंत्री मोदी व योगी की योजनाओं और कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर भाजपा फिर सरकार बनाएगी। शनिवार को स्वतंत्रदेव ने पंचायत चुनाव की सफलता से लेकर विधानसभा चुनाव की तैयारियों व रणनीति के बारे में बताया।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अब हमारे पास योगी आदित्यनाथ के रूप में एक योग्य, ईमानदार व परिश्रमी नेतृत्व है। विधानसभा चुनाव में चेहरा योगी होंगे, लेकिन चुनाव पार्टी सामूहिक रूप से लड़ेगी। प्रधानमंत्री मोदी देश और योगी प्रदेश के नेता हैं। योगी जैसा नेतृत्व कम मिलता है। योगी के नेतृत्व में ही चुनाव होगा।
उन्होंने कहा कि एक हाथ में विकास और दूसरे में राष्ट्रवाद मुद्दा होगा। प्रदेश का जितना विकास बीते साढ़े चार वर्षों में मोदी व योगी के नेतृत्व में हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। हर तबके व हर क्षेत्र का विकास हुआ है।
सपा के शासन में धन तंत्र, लाठी तंत्र व तुष्टिकरण की राजनीति होती थी। सपा, बसपा, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल मिलकर भी भाजपा को चुनाव नहीं हरा सकते। जनता ने मोदी-योगी का नेतृत्व स्वीकार किया है। पिछले सभी चुनाव बताते हैं कि जनता में भाजपा के प्रति विश्वास लगातार बढ़ रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि अब कावड़ यात्रा निकलती है तो पुष्प वर्षा की जाती है। देव दीपावली व दीपोत्सव मनाया जाता है तो जनता को लगता है कि प्रदेश में मेरी सरकार है। चाहे ईद हो या दीपावली 24 घंटे बिजली मिलती है। हम बिना किसी भेदभाव के सभी को साथ लेकर चलते हैं।
आगामी समय में क्या निर्णय लिया जाएगा, इस संबंध में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को इतनी बड़ी सफलता मिलने से समाज में अच्छा संदेश गया है। पंचायत व सहकारिता के क्षेत्र में भाजपा कम रुचि लेती थी, वहां पर सपा का होल्ड था। लेकिन पहली बार भाजपा ने इसमें रुचि ली। यह सफलता पिछले पांच सालों से प्रयासों की देन है।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि एक माहौल बना था कि सपा ने ज्यादा सीटें जीती हैं, जबकि वास्तव में निर्दलीय ज्यादा जीते थे। भाजपा ने भी 900 से ज्यादा सीटें जीती थीं। जैसे कहीं यादव जीता तो मान लिया गया था कि वह सपा का है, लेकिन ऐसा नहीं था। निर्दलीय भी भाजपा से जुड़े हुए थे। सपा ने अपना माहौल बनाया था, लेकिन निर्दलियों ने भाजपा की सदस्यता लेकर समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि टिकट देने के लिए पार्टी के प्रति समर्पण, जनता के बीच लोकप्रियता, कार्यकर्ताओं के बीच स्वीकार्यता को देखा जाता है। वैसे हमसे किसी मुस्लिम ने टिकट भी नहीं मांगा। यदि मांगता तो विचार भी करते।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ता का सपना अयोध्या में राम मंदिर बनते देखना, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति था। सरकार कार्यकर्ताओं के सपने को पूरा कर रही है। जहां तक उनके व्यक्तिगत कार्यों या समस्याओं की बात है तो उनकी भी सुनवाई हर स्तर पर हो रही है। सभी कार्यकर्ताओं का समायोजन होता है। सरकार व संगठन उनकी चिंता करते हैं।
यदि मंडल या जिले की टीम को किसी दूसरे दल के नेता की आवश्यकता महसूस होगी तो उन्हें पार्टी में शामिल किया जाएगा।
भाजपा में 17-18 वर्ष की उम्र के नए कार्यकर्ताओं का प्रवेश लगातार होना चाहिए। संगठन के कारण ही सरकार बनती है। मंडल से प्रदेश तक नए कार्यकर्ताओं को जोड़कर संगठन का विस्तार करना है। सरकार के स्तर पर जो भी काम होने चाहिए वह हो रहे हैं।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि प्रदेश में इतना बड़ा चुनाव हुआ है, यदि किसी कार्यकर्ता ने शरारत की है तो उसे किसी ने बचाया नहीं है। हम सरकार में गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के खिलाफ आए थे। इसलिए किसी गुंडे या भ्रष्टाचारी को महत्व नहीं देंगे। किसी को गुंडागर्दी की छूट नहीं है।