एक नवम्बर से होने जा रहे हैँ बड़े बदलाव, आधार अपडेट से लेकर क्रेडिट कार्ड तक

नई दिल्ली, भारत में डिजिटल प्रोसेस को आसान, तेज और टोटली सिक्योर बनाने के लिए 1 नवंबर 2025 से 5 बड़े नियम बदल रहे हैं। ये मेजर अपडेट्स सीधे आम जनता के बैंकिंग, आधार और फाइनेंशियल लेन-देन को प्रभावित करेंगे।

सरकार का टारगेट है कि इन तकनीकी सुधारों से नागरिकों को एक ईजी, सेफ और रिलाएबल डिजिटल रास्ता मिले।

आधार कार्ड धारकों के लिए यह सबसे बड़ी राहत की खबर है। 1 नवंबर से आधार अपडेट का पूरा प्रोसेस बदल जाएगा:

  • नो डॉक्यूमेंट्स, ओनली ऑनलाइन: अब आप अपना नाम, पता, डेट ऑफ बर्थ और मोबाइल नंबर बिना कोई डॉक्यूमेंट अपलोड किए, फुल्ली ऑनलाइन घर बैठे अपडेट कर सकेंगे। पहले यह सुविधा केवल आधार सेवा केंद्रों पर मिलती थी, लेकिन अब यह 100% डिजिटल और कम्फर्टेबल हो जाएगी।
  • फास्टर वेरिफिकेशन: अब नामांकन केंद्र जाकर लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं। UIDAI अब पैन कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट जैसे सरकारी डॉक्यूमेंट्स से ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन करेगा, जिससे अपडेट की प्रक्रिया काफी तेज़ हो जाएगी।

पैन-आधार लिंक है मस्ट, वर्ना अकाउंट होगा ‘डेड’!

पैन कार्ड धारकों के लिए यह नियम जानना क्रिटिकल है। अगर आपने इस डेडलाइन तक अपना काम पूरा नहीं किया, तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है:

  • फाइनल डेडलाइन: सभी पैन कार्ड धारकों के लिए आधार-पैन लिंकिंग अनिवार्य है, जिसकी फाइनल डेडलाइन 31 दिसंबर 2025 तय की गई है।
  • पैन हो जाएगा इनएक्टिव: जो पैन कार्ड इस तारीख तक आधार से लिंक नहीं होंगे, वे 1 जनवरी 2026 से इनएक्टिव (निष्क्रिय) हो जाएंगे, जिससे आपके वित्तीय लेन-देन रुक सकते हैं।

बैंक लॉकर और अकाउंट के नियम बदले

बैंकों में लॉकर और सुरक्षित जमा (Safe Deposits) से जुड़े नियम अब और भी सिक्योर और कंट्रोल्ड (नियंत्रित) हो रहे हैं:

  • 4 नॉमिनी का ऑप्शन: अब बैंक खाते, लॉकर और सुरक्षित जमा के लिए ग्राहक चार नॉमिनी रख सकते हैं
  • हिस्सेदारी होगी तय: ग्राहक यह भी तय कर सकेंगे कि चारों नॉमिनी में हिस्से का प्रतिशत (Share Percentage) क्या रहेगा। इससे बैंकिंग फैसिलिटी सुरक्षित होगी और किसी भी विवाद की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।

म्यूचुअल फंड और बाज़ार में पारदर्शिता

SEBI (सेबी) ने म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए KYC (नो योर कस्टमर) और फोलियो ओपनिंग के नियमों को व्यवस्थित किया है:

  • बेटर कम्प्लायंस: नए नियम निवेशकों को बेहतर सुविधा देंगे और पूरे बाजार (मार्केट) में अधिक पारदर्शिता (ट्रांसपेरेंसी) लाएंगे।

क्रेडिट कार्ड पर लगेगा एक्स्ट्रा चार्ज

SBI क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए 1 नवंबर से दो बड़े फाइनेंशियल चेंजेस लागू हो रहे हैं, जो आपके मंथली एक्सपेंस (मासिक खर्चों) पर सीधा असर डालेंगे:

  • अनसिक्योर्ड कार्ड पर चार्ज: अनसिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर अब 3.75% का एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।
  • थर्ड पार्टी ऐप से फीस: अगर आप CRED, CheQ, Mobikwik जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल करके स्कूल या कॉलेज की फीस भरते हैं, तो 1% अतिरिक्त शुल्क लगेगा। हालांकि, स्कूल की ऑफिशियल वेबसाइट या POS मशीन से भुगतान करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।

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