नई दिल्ली, भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव होने के बाद नए अध्यक्ष संजय सिंह का विरोध शुरू हो गया है। बृजभूषण शरण सिंह का विरोध करने वाले पहलवान चुनाव के नतीजों से बेहद निराश हैं। साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने के बाद बजरंग पूनिया ने अपना पद्म श्री पुरस्कार लौटा दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पूनिया को प्रधानमंत्री आवास के सामने फुटपाथ पर पद्म श्री पुरस्कार रखकर लौटते देखा जा सकता है।
VIDEO | Wrestler @BajrangPunia stopped at Delhi's Kartavya Path by Delhi Police officials. Earlier today, Punia announced on X that he is returning his Padma Shri award to the PM. pic.twitter.com/cQUg3gpzDK
— Press Trust of India (@PTI_News) December 22, 2023
बजरंग ने सोशल मीडिया पर अपना पद्म पुरस्कार लौटाने का एलान करने के बाद प्रधानमंत्री से मिलने की कोशिश की थी। वह उनके आवास पर भी पहुंचे थे, लेकिन उनके पास प्रधानमंत्री से मिलने की अनुमति नहीं थी। (प्रधानमंत्री से मिलने के लिए पहले से अनुमति लेना अनिवार्य है) इस वजह से पुलिस ने उन्हें कर्तव्य पथ पर ही रोक लिया। ऐसे में उन्होंने फुटपाथ पर ही अपना पद्म श्री सम्मान रख दिया।
बजरंग को प्रधानमंत्री आवास तक जाने से रोकने वाले पुलिस अधिकारी और बजरंग के बीच बातचीत का वीडियो भी सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा कि अगर आप प्रधानमंत्री तक यह सम्मान पहुंचा सकते हैं तो पहुंचा दीजिए। पुलिस अधिकारी इसके लिए राजी नहीं हुए। इसके बाद बजरंग ने कहा कि जो भी व्यक्ति यह पद्म पुरस्कार प्रधानमंत्री तक पहुंचा सकता है। वह उसे यह सम्मान दे देंगे।
बजरंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने उस खत की फोटो भी शेयर की है, जो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा है। इस खत में उन्होंने कहा है कि महिला पहलवानों के अपमानित होने के बाद वह यह सम्मान लेकर नहीं जी सकते। इसी वजह से वह इसे लौटा रहे हैं
अब इस मामले पर खेल मंत्रालय का बयान सामने आ गया है। मंत्रालय ने कहा है कि यह उनका निजी फैसला है, लेकिन उनसे इस फैसले पर फिर से विचार करने और इसे पलटने के लिए कहा जाएगा। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष तरीके से आयोजित कराए गए हैं।
VIDEO | "When I reflect on this day, these medals and awards hurt me, and I wonder why we were even given these when we fought for our daughters and sisters, and we failed. I feel that I am not suitable for this award. The federation was formed to support the players, not to… pic.twitter.com/tHoe55K5M3
— Press Trust of India (@PTI_News) December 22, 2023