लखनऊ, उत्तर प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने शनिवार को अपने संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर राजधानी लखनऊ में भारी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत का एहसास कराया।
राजधानी लखनऊ में पुरानी जेल रोड स्थित कांशीराम स्मारक स्थल में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला. मायावती ने इस कार्यक्रम के जरिए प्रदेश में औपचारिक रूप से अपना चुनावी अभियान भी शुरू किया. श्रद्धांजलि सभा में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए.
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा प्रमुख पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं को इस साल कांशीराम की पुण्यतिथि को बड़े पैमाने पर मनाने के निर्देश दिए थे. मायावती ने सभी 75 जिलों के कार्यकर्ताओं को लखनऊ आने के लिए कहा। इस कारण सभा में भारी भीड़ देखने को मिली. कोरोना महामारी के बाद ये बसपा की पहली सबसे बड़ी सभा हुई. मायावती ने कहा कि विपक्षी पार्टियां जैसे कांग्रेस आम आदमी पार्टी वोट के लिए जनता से वादे कर रही हैं जो हवा हवाई है. उनमें रत्तीभर भी दम नहीं है। विरोधी पार्टियां चुनावी घोषणापत्रों में प्रलोभन भरे चुनावी वादे करने वाली हैं.
उन्होंने बसपा कार्यकर्ताओं को सावधान करते हुए कहा कि कुछ छोटी पार्टियों विपक्षियों के हथकंडों से सतर्क रहें। बसपा को सरकार बनाने से इस बार कोई नहीं रोक सकता। मायावती ने कहा कि कुछ छोटी पार्टियां अकेले या गठबंधन में रहकर केवल पर्दे के पीछे से सत्ताधारी दल को लाभ पहुंचाने की जुगत में हैं।
दलित विचारक कांशीराम की 10वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि हमारी सरकार बनने पर इस बार सबसे अधिक जोर यहां के गरीब बेरोजगार नौजवानों को रोटी रोजी के साधन उपलब्ध कराने पर होगा। इस बार यही हमारी पार्टी का मुख्य चुनावी मुद्दा होने वाला है। केंद्र राज्य की जो भी योजनाएं चल रही हैं उन्हें बदले की भावना से बंद नहीं करा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग बसपा को कमजोर दिखाने की कोशिश में लगे हैं। आज इस भीड़ को देखकर उन सभी को यह समझ जाना चाहिए कि बसपा में कितनी ताकत है। उन्होंने कहा कि सर्वे के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।